इसी दौरान तेज रफ्तार पल्सर लेकर वहां से बाइक सवार दो युवक आते दिखाई दिए। दोनो ने ही हैलमेट नहीं पहना था। उनको हाथ का इशारा कर रमेश ने बाइक रोकने के लिए कहा। लेकिन पल्सर सवार ने बाइक नहीं रोकी उल्टे बाइक की गति और तेज कर दी एवं रमेश की और दौड़ा दी। कांस्टेबल रमेश ने बचने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। पल्सर सवार ने कांस्टेबल को जोरदार टक्कर मारी और बाइक समेत फरार हो गए।
बाइक नंबर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिसकर्मियों पर हमले और वाहन चढ़ाने के मामले इस साल तेजी से बढे हैं। लाॅकडाउन के समय थानों की पुलिस और यातायात पुलिस पर हमले के इस साल जयपुर शहर में ही तीन दर्जन से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।
यहां तक की निर्भया पुलिस की टीम पर भी महले हुए हैं। मनचलों और युवतियों को छेड़ने वाले बदमाशों के खिलाफ एक्शन लेने वाली निर्भया टीम के साथ मारपीट और उनसे धक्का मुक्की करने के सात मामले इस साल सामने आए हैं। यह पहली बार इतनी बड़ी संख्या में महिला पुलिस टीम के साथ अपराध हुए हैं।