जमकर अघोषित कटौती
राजस्थान में बिजली की डिमांड और आपूर्ति में तेजी से बढ़ रही अंतर के बीच ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा है कि अब शहरी क्षेत्रों में भी बिजली कटौती की जाएगी। कटौती अगले 24 घंटे के भीतर शुरू हो सकती है और शाम तक समय तय भी किया जाएगा। बतादें कि अभी ग्रामीण इलाकों में दो से ढाई घंटे तक घोषित कटौती की जा रही है, जबकि दिनभर अघोषित कटौती जारी है। जयपुर जिले में ही हालात खराब हैं। यहां भी जमकर कटौती की जा रही है। लोगों का आरोप है कि जयपुर में कोई कटौती नहीं, जबकि जयपुर जिले में जमकर बिजली गुल की जा रही है।
कोयले की कमी से बढ़ा संकट
ऊर्जा विभाग और डिस्कॉम्स ने बिजली मांग और आपूर्ति में गहराए अंतर को देखते हुए कटौती का निर्णय किया है। बिजली की मांग पिछले वर्ष की तुलना में इस समय 31 प्रतिशत बढ़ गई है। इससे एक साथ 1000 से 1500 मेगावाट बिजली की कमी हो गई। निर्णय के अनुसार शहर (जिला एवं संभाग मुख्यालय को छोड़कर) में सवेरे 6 से 10 और शाम को 6 से रात 9 बजे के बीच बिजली कटौती की जाएगी। विद्युत निगम के आला अधिकारियों का तर्क यह है कि कोयला संकट भी बना हुआ है और एनर्जी एक्सचेंज से महंगे दाम में भी बिजली नहीं मिल पा रही। सभी स्थितियों को देखते हुए ही कटौती का निर्णय करना कई राज्यों में तो हमसे भी ज्यादा स्थिति विकट है।
राजधानी में 40 लाख यूनिट ज्यादा
राजधानी जयपुर की बात की आए तो यहां रोजाना 200 लाख यूनिट बिजली की खपत हो रही है। जबकि पिछले साल अप्रेल के इन्हीं दिनों में 160 लाख यूनिट तक हो रही थी। जयपुर विद्युत वितरण के अधीक्षण अभियंता ए.के. त्यागी ने बताया कि जयपुर में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है और खपत रोजाना 200 लाख यूनिट को पार कर गई है। लेकिन राजधानी में कटौती जैसी कोई बात नहीं की गई है।