जानकारी के अनुसार दीक्षांत समारोह के दौरान दिल्ली में हुए जामिया छात्रों की पिटाई के विरोध में एमएससी जियोलॉजी के 2017 पासआउट छात्र अनंत मिश्रा गोल्ड मैडल लेने काली पट्टी बांधकर मंच पर पहुंच गया। राज्यपाल कलराज मिश्र और उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने उसे गोल्ड मैडल भी दे दिया। मैडल लेने के बाद पुलिस और विवि प्रशासन को अहसास हो गया कि उनसे यह चूक हो गई है। उन्होंने जैसे—तैसे मामला खत्म किया। उधर छात्र ने बताया कि वह यूपी के कन्नौज का रहने वाला है और काली पट्टी बांधकर यहां सांकेतिक विरोध दर्ज कराया है। छात्र का कहना था कि पुलिस की बर्बरता ने छात्रहितों पर हमला बोला है। मेरा विरोध इसी पर है।
शिक्षकों का विरोध
इधर, विवि के शिक्षकों ने पदोन्नति प्रक्रिया की टालमटोल के विरोध में दीक्षांत समारोह का बहिष्कार किया। शिक्षकों ने कुलपति सचिवालय के सामने धरना देकर विरोध दर्ज कराया। 120 ही रहे उपस्थित
दीक्षांत समारोह में वर्ष 2017 व 2018 की विभिन्न परीक्षाओं में कुल 255 गोल्ड मैडल में से समारोह में उपस्थित 120 गोल्ड मैडलधारी छात्रों को राज्यपाल द्वारा गोल्ड मैडल एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। साथ ही 3 छात्रों को डी-लिट की उपाधियां भी प्रदान की गईं। इनमें डॉ. नंदिता सिंघवी, डॉ. दशरथ कुमार और डॉ. नीरज शर्मा के नाम शामिल रहे। इस अवसर पर विभिन्न संकायों के कुल 818 पीएचडी डिग्रीधारियों में से 270 उपस्थित विद्यार्थियों को डिग्रियां भी प्रदान की गई। समारोह के बाद 2.00 बजे से 4.30 बजे तक पी.जी एवं यू.जी की 3 लाख 59 हजार 940 उपाधियों का वितरण भी सबंधित महाविद्यालयों से शुरू किया गया।
इधर, विवि के शिक्षकों ने पदोन्नति प्रक्रिया की टालमटोल के विरोध में दीक्षांत समारोह का बहिष्कार किया। शिक्षकों ने कुलपति सचिवालय के सामने धरना देकर विरोध दर्ज कराया। 120 ही रहे उपस्थित
दीक्षांत समारोह में वर्ष 2017 व 2018 की विभिन्न परीक्षाओं में कुल 255 गोल्ड मैडल में से समारोह में उपस्थित 120 गोल्ड मैडलधारी छात्रों को राज्यपाल द्वारा गोल्ड मैडल एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। साथ ही 3 छात्रों को डी-लिट की उपाधियां भी प्रदान की गईं। इनमें डॉ. नंदिता सिंघवी, डॉ. दशरथ कुमार और डॉ. नीरज शर्मा के नाम शामिल रहे। इस अवसर पर विभिन्न संकायों के कुल 818 पीएचडी डिग्रीधारियों में से 270 उपस्थित विद्यार्थियों को डिग्रियां भी प्रदान की गई। समारोह के बाद 2.00 बजे से 4.30 बजे तक पी.जी एवं यू.जी की 3 लाख 59 हजार 940 उपाधियों का वितरण भी सबंधित महाविद्यालयों से शुरू किया गया।