(Ram Mandir issue) दरअसल राम मंदिर मुद्दे पर सालों से चल रही सुनवाई इसी सप्ताह खत्म हो रही है। सप्ताह के अंत में सुनवाई खत्म होने के बाद फैसला कभी भी सुनाया जा सकता है। उपर से दिवाली का पांच दिवसीय त्योंहार भी शुरू होने जा रहा है। त्योंहार पर किसी तरह का बवाल नहीं हो इस कारण से पुलिस ने एक एक्शन प्लान शुरू किया है। इसकी शुरुआत जयपुर जिले से की गई है और जल्द ही इसे पूरे राज्य में करने की तैयारी की जा रही है। पुलिस उन इलाकों में गश्त कर रही है जहां पर पहले बेहद मामूली विवादों में ही हालात काबू से बाहर हो चुके हैं। गश्त और पैदल मार्च निकालने का मकसद यही है कि लोगों के मन में डर नहीं रहे, लोग खुद को सुरक्षित समझें और पुलिस के संपर्क में रहे। गश्त और पैदल मार्च के दौरान थानों की पुलिस एवं अन्य एजेंसियों को साथ रखा जा रहा है।
जयपुर में ये तैयारी कर रही है पुलिस
जयपुर शहर में पुलिस ने तैयारी की है और करीब नौ कस्बों को चिहिंत किया है। इनमें रामगंज, गलता गेट, घाटगेट, दिल्ली रोड, हसनुपरा, शास्त्री नगर, पुरानी बस्ती, भट्टा बस्ती समेत अन्य इलाके शामिल हैंं। इनमें रामगंज, घाटगेट, दिल्ली रोड पर तो पिछले सप्ताह के अंत में आरएसी बटालियन ने गश्त की थी। बीती रात हसनपुरा और सदर इलाके में डीसीपी वेस्ट कावेन्द्र सिंह सागर ने कई थानों की पुलिस के साथ गश्त की है। गश्त के दौरान कुछ लोगों से बातचीत भी गई और क्षेत्र में गलियों और छोटे बाजारों का ब्यौरा भी तैयार किया गया।
चार महीने के दौरान कई बार बिगड़ चुके हैं हालात
प्रदेश में चार महीने के दौरान हालात कई बार काबू से बाहर हो चुके हैं। दो महीने में तीन बार तो जयपुर शहर में ही धारा 144 लगाने के साथ ही इंटरनेट बंद किया जा चुका है। इसके अलावा टोंक के मालपुरा, सवाई माधोपुर के गंगापुर सिटी समेत कुछ अन्य शहरों में भी धार्मिक कार्यक्रमों और त्यौहार के समय हालात खराब हो चुके हैं। ऐसी हालत में अब पुलिस साल के सबसे बड़े त्यौंहार को लेकर विशेष सावधानी बरत रही है, उपर से अयोध्या का मसला भी सामने है।