पहले तीन भर्ती परीक्षाएं भी नहीं बचा सकी पुलिस
पुलिस विभाग जिस पर जनता की सुरक्षा के साथ ही अन्य सभी तरह के अपराध रोकने की भी जिम्मेदारी है, वह विभाग भी पिछले तीन परीक्षाओं में तीन बार मुंह की खा चुका है। एक बाद जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा और दो बाद पुलिस भर्ती परीक्षा नकल माफिया के कारण रद्द करनी पडी है। नकल माफिया के कारण तीनों परीक्षाओं को फिर से कराया गया और इसमें सभी को परेशानी का सामना करना पडा। तीनों परीक्षाओं के कारण अभ्यर्थियों को भी खासी परेशानी हुई। उनको भी फिर से पूरी प्रक्रिया को अंजाम देना पडा।
आन लाइन पर ज्याद जोर, लेकिन रहेगा चैलेंज
इस बार भी पांच हजार पदों पर होनी वाली परीक्षा को लेकर विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। सबसे बड़ी चुनौती परीक्षा की प्रक्रिया है। अफसरों के एक बड़े वर्ग का मानना है कि परीक्षा को आफ लाइन मोड पर कराया जाए, जबकि पुलिस मुख्यालय में बैठने वाले अधिकतर अफसरों को यही मत है कि परीक्षा किसी निजी एजेंसी की मदद से आन लाइन कराई जाए। हांलाकि दोनो ही मतों पर फिलहाल विचार चल रहा है अभी तक किसी को भी नहीं चुना गया है।
पुलिस अफसरों की मानें तो पांच हजार पदों पर होने वाली इस परीक्षा में देश भर से छह लाख से भी ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हो सकते हैं। इसी आधार पर इस भर्ती परीक्षा की तैयारी की जा रही है। इससे पहले हुई दो परीक्षाओं में भी दस लाख से भी ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे। गौरतलब है कि भर्ती के बारे में सीएम ने अपनी बजट घोषणाओं में भी कहा था और पहले ही साल में इस भर्ती प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाया जा रहा है।