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बिजली के बिल ने उड़ाई लोगों की नींद, हर तीसरे घर को लगा जोरदार झटका

locationजयपुरPublished: Jun 15, 2020 01:14:21 pm

Submitted by:

dinesh

2 महीने तक औसतन बिल भरने के बाद इस माह में आए रीडिंग के बिल ने राजधानी जयपुर में हर तीसरे उपभोक्ता को झटका दिया है। शहर में लोगों को हर महीने आने वाले बिल की तुलना में इस बार दो—तीन गुना बिल अधिक मिला है। बड़े बिल सबकी नींद उड़ा दी है…

जयपुर। 2 महीने तक औसतन बिल भरने के बाद इस माह में आए रीडिंग के बिल ने राजधानी जयपुर में हर तीसरे उपभोक्ता को झटका दिया है। शहर में लोगों को हर महीने आने वाले बिल की तुलना में इस बार दो—तीन गुना बिल अधिक मिला है। बड़े बिल सबकी नींद उड़ा दी है। लोगों का कहना है कि वे लॉकडाउन के दौरान इसी उम्मीद में बिल भर रहे थे कि दो-तीन महीने बाद एक साथ भार नहीं पड़ेगा। उसके बावजूद इस माह राहत नहीं मिली है। वहीं लोग इस उम्मीद में थे कि उन्हें 5 प्रतिशत छूट का लाभ मिलेगा, जिससे बिल और कम होगा। एक तरफ रोजगार के साधन और आमदनी कम हुई है, दूसरी तरफ बिजली का बिल दोगुना आया है। ऐसे में बिल जमा करवाना चुनौती बन गया है।
बिल देख लोगों की उड़ी नींद
बरकत नगर एक निवासी ने बताया कि उनके घर में हर महीने 1000 से 1500 रुपए के बीच बिजली का बिल आता था। लॉकडाउन के दौरान भी जितना बिल आया वह जमा कराया। जब इस महीने बिल साढ़े चार हजार रूपए आया तो उसे देख नींद उड़ गई। उसने बताया कि बिजली का बिल जमा कराया तो घर का गणित बिगड़ जाएगा।
दूसरे केस में मालवीय नगर निवासी ने बताया कि लॉकडाउन में औसतन 1800 से 2000 रूपए का बिल आया था। बिल ऑनलाइन जमा कराया, लेकिन इस महीने बिल 5000 से अधिक आया है। निवासी ने बताया कि हर महीने बिल इसी उम्मीद से जमा करवा रहे थे कि एक साथ बिल का भार नहीं पड़ेगा।
ऐसे समझे गणित, इसलिए अधिक आया बिल
अप्रेल व मई महीने के का बिल औसतन दिया गया। औसत जनवरी-फरवरी महीने के हिसाब से दिया गया। जबकि अप्रेल व मई में घरों में बिजली का उपभोग गर्मी की वजह से काफी बढ़ गया। जून माह में रीडिंग का बिल आया है, यानी कि इसमें अब तक उपभोग की गई सारी यूनिट शामिल की है। उदाहरण के तौर पर एक घर में 3 महीने में करीब 1200 यूनिट खर्च हुई। इस बार 1200 यूनिट का बिल आया है। इसमें 2 महीने में जमा कराई राशि को घटा दिया गया। फिर भी बिल सामान्य से अधिक आया है।
2 महीने तक आए बिल दिसंबर-जनवरी-फरवरी के औसत के हिसाब से दिए गए थे, जबकि 2 महीने से घरों में बिजली का उपयोग ज्यादा हो रहा है। इसलिए इस बार बिल ज्यादा आए हैं।
— केसी गुप्ता, चीफ अकाउंटेंट ऑफिसर, जयपुर डिस्कॉम
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