लॉकडाउन के कारण यह समय निकल गया। इस कारण पंजाब और राजस्थान ने नहरबंदी करने में असमर्थता जता दी है। इससे पाकिस्तान जा रहो पानी में से हर साल 6 हजार क्यूसेक पानी राजस्थान में आने की उम्मीद आगे खिसक गई है। इंदिरा गांधी नहर के जरिए यहां 18400 क्यूसेक पानी लाया जा सकता है लेकिन की फीडरों की स्थिति सही नहीं होने के कारण करीब 12 हजार क्यूसेक पानी ही आ पा रहा है।
इस तरह किसकी उम्मीद
— पंजाब में सरहिंद और राजस्थान फीडर है जहां 197 किलोमीटर लंबाई में काम होना है। इसकी लागत 1976 करोड रूपए है। पंजाब सरकार सरहिंद फीडर को सुधारने का काम शुरू कर चुकी थी। इसके लिए राजस्थान सरकार ने अपने हिस्से के 66.47 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया। यहां 70 दिन के लिए नहरबंदी होनी थी।
— हरियाणा में राजस्थान फीडर और राजस्थान में इंदिरा गांधी नहर परियोजना में 3291 करोड़ रुपए से सुधार कार्य होना है। जलसंसाधन ने इसमें से करीब 1000 करोड रुपए के काम के लिए निविदा जारी की। इसके लिए यहां 30 दिन की नहरबंदी की जानी थी।
फीडर सुधारने में एक साथ बड़ी संख्या में मजदूरों की जरूरत होती है, जो फिलहाल संभव नहीं है। पंजाब सरकार ने भी इसे स्थगीत किया है। नहरबंदी करना अब संभव नहीं है जिसकी जानकारी दे दी गई है। अब अगले वर्ष अप्रेल में ही यह संभव हो सकेगा।
विनोद मित्तल, मुख्य अभियंता, जल संसाधन विभाग