उल्लेखनीय है कि अगस्त माह के प्रथम सप्ताह तक बीसलपुर बांध इस बार लगातार सूखने के कगार पर पहुंच चुका था, तब बांध का गेज लगातार घटकर &04.85 आर एल मीटर रह चुका था। अगस्त माह के दूसरे सप्ताह से शुरू हुई पानी की आवक सेे बांध गत 19 अगस्त को पूर्ण जलभराव &15.50 आर.एल. मीटर को पार कर छलकने के कारण शाम 5 बजे बांध के गेट संख्या 9 व 10 को आधा-आधा मीटर तक खोलकर बनास नदी में प्रति सेकण्ड 6 हजार 10 क्यूसेक पानी की निकासी शुरू कर दी गई थी।
उसके बाद बांध में लगातार पानी की आवक को मध्यनजर रखते हुए बनास में पानी की निकासी भी बढ़ा दी गई थी। वहीं 15 सितम्बर को बांध से पहली बार एक साथ 17 गेट खोलकर बनास नदी में पहली बार प्रति सेकण्ड एक साथ & लाख क्यूसेक पानी की निकासी गई थी, वहीं सोमवार तक सबसे कम निकासी एक गेट 0.10 मीटर खोलकर प्रति सेेकेंड 601 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
इस बार बांध के जलभराव में सहायक त्रिवेणी का गेज सबसे अधिक 7.20 मीटर रहा है। वही सबसे कम 1.&0 मीटर दर्ज किया गया है। बांध परियोजना के अधिशासी अभियंता आर.सी. कटारा ने बताया बताया कि बांध से कुल 9&.50 टीएमसी पानी की निकासी बनास नदी में की गई है।
उसके बाद बांध में लगातार पानी की आवक को मध्यनजर रखते हुए बनास में पानी की निकासी भी बढ़ा दी गई थी। वहीं 15 सितम्बर को बांध से पहली बार एक साथ 17 गेट खोलकर बनास नदी में पहली बार प्रति सेकण्ड एक साथ & लाख क्यूसेक पानी की निकासी गई थी, वहीं सोमवार तक सबसे कम निकासी एक गेट 0.10 मीटर खोलकर प्रति सेेकेंड 601 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
इस बार बांध के जलभराव में सहायक त्रिवेणी का गेज सबसे अधिक 7.20 मीटर रहा है। वही सबसे कम 1.&0 मीटर दर्ज किया गया है। बांध परियोजना के अधिशासी अभियंता आर.सी. कटारा ने बताया बताया कि बांध से कुल 9&.50 टीएमसी पानी की निकासी बनास नदी में की गई है।