Bisalpur dam gates opened : पेयजल सप्लाई बढ़ाने पर मंथन, जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव ने ली बैठक
बीसलपुर बांध में आ गया इतना पानी कि खोलने पड़े गेट, ढ़ाई साल तक बुझाएगा जयपुर की प्यास
जयपुर. आखिर लंबे समय के इंतजार के बाद जयपुर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले बीसलपुर बांध ( Bisalpur Dam ) के गेट खोल दिए गए हैं। सोमवार 5.11 मिनट पर बीसलपुर के दो गेट संख्या 09 और 10 है खोल ( Bisalpur dam gates opened ) दिए गए। खुशी की बात यह है कि बांध में इतना पानी आ गया है कि जयपुर सहित अन्य जिलों को ढ़ाई साल तक ( Bisalpur dam Rajasthan ) पेयजल आपूर्ति हो सकेगी।
बांध का जलस्तर 315.49 आरएल मीटर हो गया। बांध के गेट खुलते देखने के लिए सैंकड़ों लोग वहां मौजूद रहे। बता दें कि बांध 99.97 भरा है और 38.633 टीएमसी पानी आया है। बीसलपुर बांध ( Bisalpur dam Update News ) ओवरफ्लो होने के बाद अब सरकार का उन क्षेत्रों की तरफ फोकस हो गया है, जो लम्बे समय से पेयजल कटौती की मार झेल रहे हैं। जयपुर, अजमेर व टोंक जिलों के ऐसे इलाकों को लेकर सोमवार को जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव संदीप वर्मा ने संबंधित अफसरों से विस्तार से चर्चा की।
मुख्य रूप से ग्रामीण इलाके शामिल हैं, जहां 2 से 4 दिन में एक बार पेयजल सप्लाई की जा रही है। वर्मा ने पिछले 5 साल में बीसलपुर में आए पानी और उस दौरान सप्लाई की स्थिति पूछी है। इसके बाद ही अंतिम निर्णय होगा। इसे लेकर मंगलवार को एक बार फिर बैठक होगी।
जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता देवराज सोलंकी के मुताबिक शहरी क्षेत्रों में मौजूदा सप्लाई फिलहाल पर्याप्त है। कुछ इलाके ऐसे हैं जहां दिक्कत हो सकती है लेकिन वहां पेयजल सप्लाई बढ़ाने की जगह लाइन में परेशानी या कम दबाव की स्थिति होगी।
इसे सही करवाने के निर्देश दे दिए है। उधर, झोटवाड़ा में सत्य नगर व अन्य इलाके, निर्माण नगर से लेकर चारदीवारी के कुछ इलाकों के लोगों ने पेयजल सप्लाई बढ़ाने की जरूरत जताई है। उनका तर्क है कि जो पानी बांध से छोड़ा गया है उसमें से जरूरत के आधार पर पानी लोगों का लाइन के जरिए उपलब्ध करवाया जा सकता था।
लोगों में भी खुशी का माहौल बीसलपुर बांध ( Bisalpur dam Tonk ) के लबालब होने से सिर्फ जयपुर ही नहीं बल्कि अजमेर, टोंक जिलों के साथ ही नजदीकी अन्य इलाकों के लोगों में भी खुशी का माहौल है। बड़ी वजह यह है कि बीसलपुर बांध ही इन जिलोें में पेयजल आपूर्ति का मुख्य स्त्रोत बना गया है। बीसलपुर बांध को जयपुर, अजमेर, टोंक जिले की लाइफलाइन माना जाता है। बीसलपुर लगभग ( Bisalpur Dam Water Level Live ) तीन जिलों के करीब 90 लाख से ज्यादा लोगों की प्यास बुझा रहा है।
राजस्थान के प्रमुख बांधों के हालात – बांसवाड़ा : क्षेत्र के सभी जलाशय लगभग लबालब है। सबसे बड़े माही डैम के 16 गेट खोले जा चुके हैं और पानी की आवक जारी है। बांध का जल स्तर 281.35 मीटर है।
कोटा : चम्बल नदी ( Chambal River ) के सबसे बड़ा बांध गांधी सागर ( Gandhi Sagar Dam ) 1312 के मुकाबले 1304 फीट भर चुका है। राणा प्रताप बांध की जलभराव क्षमता : 1157 फीट – अभी पानी : 1153. 4 फीट
जवाहर सागर बांध : 980 फीट – अभी पानी : 974 फिट भरतपुर : बंध बारैटा में 20 फीट पानी, भराव क्षमता 29 फीट है