बीसलपुर बांध से 11 सितम्बर को पानी की कटौती शुरू की गई। कटौती का यह फैसला हुआ था, उस दिन बांध का जल स्तर 310.63 था। सामान्य दिनों में बांध से जयपुर को 575, अजमेर को 305, टोंक को 48 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जाती है। कटौती करने और भीलवाड़ा, चितौडगढ़़ सहित बांध के कैचमेन्ट क्षेत्र में बारिश होने से बांध का जलस्तर बढ़ा है। बीते 10 दिनों में बांध का जलस्तर 37 इंच बढ़ गया। इससे जलदाय विभाग के अधिकारियों की चिंता भी कम हो गई है।
310 के नीचे पर होती है कटौती विशेषज्ञों के अनुसार बांध का जलस्तर 310 या 311 मीटर से नीचे होता है तो कटौती की जाती है। ऐसा वर्ष 2018 में भी किया जा चुका है। वर्ष 2018 में बांध का न्यूनतम जल स्तर 309.10 और अधिकतम 310.23 रहा था। इससे पहले 2016 में भी बांध का जल स्तर 309.92 मीटर पर पहुंच गया लेकिन बाद में बारिश होने से जल स्तर बढ़ गया था।
2009 में पेटे में पहुंच गया था बांध इससे पहले वर्ष 2009 में बांध का पानी पेटे में पहुंच गया था। बांध के कैचमेन्ट क्षेत्र में तीन-चार वर्षों तक काफी कम बारिश हुई। इससे बांध का पानी पैंदे में बैठ गया। स्थिति को देखते हुए जलदाय अधिकारियों ने ट्यूबवैल खोलने की भी योजना बना ली थी। इसकी तैयारी शुरू कर दी थी। लेकिन जाते हुए मानसून के दौरान अच्छी बारिश हो गई। बांध में पानी की आवक हो गई।
चार वर्ष लगातार 315 तक पहुंचा बांध, छलका भी बीसलपुर बांध का जलस्तर 2013 में 315, 2014 में 315.5, 2015 में 315, 2016 में 315.5 और 2019 में 315.5 तक पहुंच चुका है। इसके बाद 2020 में बांध का अधिकतम जल स्तर 313.61 रहा। बांध में पानी का सबसे अधिक उतार चढ़ाव 2019 में रहा। इस वर्ष 26 जुलाई को बांध का न्यूनतम जलस्तर 304.85 रहा। वहीं 19 अगस्त को 315.50 पर पहुंच गया।