राजस्थान में सितंबर की बारिश कई पुराने रेकार्ड तोड़ रही है। मानसून की बारिश इसी तरह चलती रही तो विदाई से पहले बीसलपुर को चादर चलने का तोहफा मिल सकता है। बांध में भराव की बात करें तो कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है और वर्तमान जलस्तर 311.50 आरएल मीटर है। बड़ी बात है कि पिछले 24 घंटे के दौरान बांध में आया पानी एक दिन के भीतर इस मानसून में अब तक का सबसे ज्यादा है। बांध के भराव क्षेत्र में बह रही त्रिवेणी 4.20 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है।
अब नहीं होगी ज्यादा कटौती
बीसलपुर का जलस्तर 311.50 आरएल मीटर पहुंच गया है। जलदाय विभाग का कहना है कि जयपुर और अजमेर के लिए अगले 12 महीने के पानी का इंतजाम हो गया है। ऐसे में अब बांध से पेयजल कटौती बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब बांध के 5 प्रतिशत पानी की कटौती की जा रही है।
बीसलपुर का जलस्तर 311.50 आरएल मीटर पहुंच गया है। जलदाय विभाग का कहना है कि जयपुर और अजमेर के लिए अगले 12 महीने के पानी का इंतजाम हो गया है। ऐसे में अब बांध से पेयजल कटौती बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब बांध के 5 प्रतिशत पानी की कटौती की जा रही है।
यह हो तब चलेगी चादर
बीसलपुर बांध में हमेशा अगस्त-सितंबर की बारिश ने ही चादर चलवाई है। जल संसाधन विभाग की माने तो वर्ष 2016 में त्रिवेणी 14 मीटर ऊंचाई पर बती तो बांध पर चादर चली। वहीं वर्ष 2019 में त्रिवेणी 09 मीटर ऊंचाई पर बही तो चादर चली और अब आंकलन है कि त्रिवेणी 07 मीटर से अधिक ऊंचाई पर बहती है तो चादर चल सकती है। ऐसे में अब त्रिवेणी से आस लगाई जा रही है कि बांध के बहाव क्षेत्र में पानी की आवक लगातार बढ़नी चाहिए। बीसलपुर में पिछले छह दिन से लगातार पानी आ रहा है।
बीसलपुर बांध में हमेशा अगस्त-सितंबर की बारिश ने ही चादर चलवाई है। जल संसाधन विभाग की माने तो वर्ष 2016 में त्रिवेणी 14 मीटर ऊंचाई पर बती तो बांध पर चादर चली। वहीं वर्ष 2019 में त्रिवेणी 09 मीटर ऊंचाई पर बही तो चादर चली और अब आंकलन है कि त्रिवेणी 07 मीटर से अधिक ऊंचाई पर बहती है तो चादर चल सकती है। ऐसे में अब त्रिवेणी से आस लगाई जा रही है कि बांध के बहाव क्षेत्र में पानी की आवक लगातार बढ़नी चाहिए। बीसलपुर में पिछले छह दिन से लगातार पानी आ रहा है।
पांच बार चली चादर
बीसलपुर बांध पर अब तक पांच बार चादर चल चुकी है और इस बार भी चादर चलने का इंतजार शुरू हो गया है। बता दें कि बांध का कुल जलस्तर 315.50 मीटर है। जल संसाधन विभाग की माने तो वर्ष 2004 में पहली बार चादर चली थी। उसके बाद वर्ष 2006, 2014, 2016 और वर्ष 2019 में चादर चली थी। पिछली बार चादर चलने के दौरान जल संसाधन विभाग को बांध के सभी गेट खोलने पड़े थे। करीब 20 दिन तक बांध से पानी बाहर निकाला गया था।
बीसलपुर बांध पर अब तक पांच बार चादर चल चुकी है और इस बार भी चादर चलने का इंतजार शुरू हो गया है। बता दें कि बांध का कुल जलस्तर 315.50 मीटर है। जल संसाधन विभाग की माने तो वर्ष 2004 में पहली बार चादर चली थी। उसके बाद वर्ष 2006, 2014, 2016 और वर्ष 2019 में चादर चली थी। पिछली बार चादर चलने के दौरान जल संसाधन विभाग को बांध के सभी गेट खोलने पड़े थे। करीब 20 दिन तक बांध से पानी बाहर निकाला गया था।