बीसलपुर बांध के अतिरिक्त जल को एक महीने से आमेर के मावठा में डाला जा रहा है। पर्यटकों के मुख्य आकर्षण रहे मावठा को दिसम्बर तक जल से लबालब करने की योजना है। इसके तहत आमेर तक बिछाई गई पुरानी पेयजल लाइन से मावठा को भरा जा रहा है। पाइप लाइन से मावठा में जा रहा जल भूगर्भ की पौराणिक जल धाराओं से आमेर के पुराने कुओं और बावडिय़ों को भी भरने लगा है।
-आमेर में छीला की बावड़ी,नाकू की बावड़ी सहित एक दर्जन सूखी बावडिय़ों के अलावा तहसील व दलाराम बाग के कुओं में पानी छलक गया है। जलदाय विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अकबरी मस्जिद, वन तालाब से कुंडा तक के इलाके में बने सभी जल स्त्रोतों में पानी आ रहा है।
-मावठा में रोजाना शाम को 6 बजे से रात को 12 बजे तक बीसलपुर का 15 लाख लीटर पानी डाल रहें हैं। दिसम्बर तक मावठा को भरने की योजना है। मावठा के पानी से कुएं बावडिय़ों में पानी आने लगा हैं।
निशा शर्मा,अधिशांषी अभियंता, जलदाय विभाग – मावठा के पानी से भूगर्भ का जलस्तर बढ़ रहा है। बंद पड़े नलकूपों में पानी आने लगा है।
अजीत सिंह यादव, कनिष्ठ अभियंता
अजीत सिंह यादव, कनिष्ठ अभियंता