जल संसाधन विभाग के अनुसार बांध में सुबह 6 से रात 8 बजे तक 14 घंटे के भीतर 40 सेंटीमीटर पानी की आवक हुई। पानी की इस अतिरिक्त आवक से बांध का जल स्तर 309.22 से बढ़ कर 309.62 आरएल मीटर हो गया। बांध में जितनी पानी की आवक हुई उससे जयपुर,अजमेर और टोंक जिले को लगभग 20 दिन तक आसानी से सप्लाई हो सकेगी। इस मानसून सीजन में बांध में 57 सेंटीमीटर पानी की आवक हो चुकी है।
उधर बीसलपुर बांध में एक ही दिन 40 सेंटीमीटर पानी की आवक होने से जलदाय विभाग भी राहत की सांस ले रहा है। अभी बीसलपुर बांध से जयपुर शहर के लिए 495 एमएलडी पानी लिया जा रहा है। इंजीनियर कह रहे हैं कि मानसून के पहले चरण में ही बांध में पानी की आवक अच्छा संकेत है। अब जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों की निगाह मानसून के दूसरे चरण पर टिकी हैं। क्योंकि बांध में त्रिवेणी नदी से पानी की आवक अभी तक शुरू नहीं हुई है। अभी बांध में पानी की आवक कैचमैंट एरिया में हो रही बारिश से ही आ रहा है।
पिछले वर्ष जुलाई माह के अंत में मानसून सक्रिय हुआ और अक्टूबर तक बारिश का दौर जारी रहा। एक बार तो हालात ऐसे हो गए थे कि बीसलपुर से जयपुर,अजमेर और टोंक के पानी की कटौती तक की नौबत आ गई। पीएचईडी इंजीनियरों ने कटौती का प्लान भी बना लिया। लेकिन इस बार हालात ठीक हैं और बांध में पानी की आवक मानसून के पहले चरण में ही शुरू हो गई है।