भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सवाल किया कि मुख्यमंत्री यह बताए कि शहीद स्मारक को शाहिन बाग क्यों कहा, ये शर्मनाक बात है। ऐसी बातों से आशंका है कि प्रदेश को शाहिन बाग बनाने की असफल कोशिश की जा रही है।
‘अपने पिता की जयंती मनाते हैं Ó पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह कहना कि उन्हें अपने माता पिता का जन्म स्थान नहीं पता, यह शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि मुझे पता है मेरे माता पिता का जन्म स्थान और मुख्यमंत्री भी अपने पिता की जयंती 26 जनवरी को मनाते हैं।
प्रधानमंत्री के लिए अशोभनीय भाषा के इस्तेमाल का आरोप पूनिया ने टोंक में धरने में प्रधानमंत्री के लिए अशोभनीय भाषा के इस्तेमाल का आरोप लगाया। इसकी सूचना प्रशासन को दी गई, पर कोई कार्यवाही नहीं की। कोटा में धरने के दौरान वहां से गुजरने वाली महिलाओं और पुरूषों के साथ अभद्र व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश के मुख्यमंत्री इस तरह की बात करेंगे तो अराजक तत्व भी इन विरोध-प्रदर्शनों में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि जिग्नेश मेवाणी, चन्द्रशेखर रावण राजस्थान आए। चंद्रशेखर ने कहा है कि राजस्थान और देश में ऐसे 5 हजार शाहिन बाग बना देंगे। तो क्या राजस्थान धर्मशाला है? इस तरह के धरनों में उमर खालिद भी सम्मिलित हुआ, जिसका संबंध टुकड़े-टुकड़े गैंग से है। मुख्यमंत्री के सामने यह सब हो रहा है। ऐसे विरोधी धरने-प्रदर्शनों को पीएफआई के जरिए फंड स्थानान्तरित कर लोगों को पोषित किया जाता है, जिससे प्रदेश में अशांति फैल रही है। उन्होंने तंज कसा कि कांग्रेस की स्थिति क्षेत्रीय दलों से भी कमजोर हो चुकी है, इसके चलते बौखलाहट है।
कांग्रेस के विद्वान नेता कह चुके हैं लागू करना ही होगा उन्होंने कहा कि सीएए लागू करना ही होगा, यह बात कांग्रेस नेता सलमान खुर्शिद, जयराम रमेश, कपिल सिब्बल और शशि थरूर सहित राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सी.पी.जोशी कह चुके हैं, लेकिन प्रदेश के मुखिया सर्वोच्च सदन से पारित संवैधानिक कानून को चुनौती देकर मर्यादा तोड़ रहे हैं। प्रेस वार्ता में पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ और राजपाल सिंह भी मौजूद थे।