इस दौरान पूनिया ने गहलोत सरकार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से बचाने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने तत्परता दिखाई है। सियासत से हटकर दोनों सरकारों ने जो प्रयास किया वो अतुलनीय है। हम इस चीज को आगे बढ़ाएंगे। पूनिया ने करीब 20 मिनट तक संवाद किया और लोगों के सवालों के जवाब भी दिए। इस दौरान पूनिया के इस लाइव संवाद में 17 हजार से ज्यादा लोग जुड़े। जिसमें भाजपा के कई सांसद, विधायक और कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
घर में रहने से बड़ी देशभक्ति नहीं हो सकती—पूनियां पूनियां ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में घर में रहने से बड़ी देशभक्ति नहीं हो सकती। इसलिए लोग घरों में ही रहकर अच्छे नागरिक होने का कर्तव्य निभाएं। उन्होंने आमजन के साथ—साथ भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे सोश्यल मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरुक करें ही, साथ ही लोगों की भ्रांतियों को भी दूर करें। कार्यकर्ता ये देखें कि उनके क्षेत्र में कोई भूखा नहीं सोए। लंगर, भंडारा, भामाशाहों से संपर्क करके ऐसे लोगों तक कच्चा राशन पहुंचाए, भोजन पहुंचाएं। अपने क्षेत्र के गरीब और कमजोर लोगों की मदद करें।
लॉक डाउन से घबराएं नहीं पूनियां ने कहा कि राज्य सरकार और पीएम ने जो लॉक डाउन किया है, उससे घबराएं नहीं। पूनिया ने लॉक डाउन के दौरान लोगों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हैल्पलाइन नंबर पर सुझाव मिले हैं। उन सुझावों को अमल कर रहे हैं। कई कॉल में फंसे हुए लोगों की बात भी सामने आई है।
हरसंभव मदद को तैयार है भाजपा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा हरसंभव मदद को तैयार है। केंद्रीय मंत्री और सांसदों को साधुवाद दूंगा कि उन्होंने पूरी तत्परता के साथ जायज उपकरण के लिए उदारता से अपने कोष से पैसा दिया है। विधायक दल की बैठक में हमारे सभी विधायकों ने एक महीने की तनख्वाह मुख्यमंत्री राहत कोष में दी हैं और भी जरूरत रहेगी तो पूरी तरीके से मदद को तैयार रहेंगे। सैनेटाइजर और मास्क के लिए एक लाख रुपए दिए हैं। उन्होंने साफ किया कि हर व्यक्ति को मास्क की आवश्यकता नहीं। पब्लिक डिलिंग का काम करने वाले लोगों को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है।
मुख्यमंत्री व प्रधानमत्री को लिख रहे पत्र पूनिया ने बताया कि वे संवाद में मिल रहे सुझावों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भेज रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों ने ईएमआई से अभी राहत देने और कोटा संभाग में तैयार खड़ी फसलों की कटाई की अनुमति देने के सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि सुझावों से मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को अवगत कराने के लिए पत्र लिख रहे हैं।