पारीक ने बताया कि पुरानी क्षेत्र में लगातार जरूरतमंद लोग राशन नहीं मिलने की शिकायत कर रहे थे। इस पर मनीष पारीक और गुंजन वशिष्ठ ने पड़ताल की तो पता चला कि दो तीन गाड़ियां राशन की एक मकान में जमा हो रही है, जहां 500 से ज्यादा किट एक कमरे में थे जिस पर बाद में ताला जड़ दिया। वहीं लगभग 100 सरकारी राशन के किट चौक में रखें थे। उन्होंने आरोप लगाया कि लगभग 1 हज़ार जरुरतमंदो की सूची प्रशासन को कई दिन पहले दे दी थी, लेकिन बिना किसी सूची के सरकारी राशन किट खुर्द बुर्द की जा रही है। उन्होंने जिला कलेक्टर से मांग की है कि हर घर के ज़रूरतमन्दों को राशन किट पहुंचाने की व्यवस्था की जाए।
आपको बता दें कि इस बार सरकार ने कांग्रेस विधायकों की शिकायत के बाद राशन वितरण का काम सिविल डिफेंस की बजाय नगर निगम को सौंपा है। इस पर भाजपा आरोप लगा रही है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बताए लोगों को ही राशन वितरण किया जा रहा है। सरकार ने राशन वितरण का कांग्रेसीकरण कर दिया है।