इस बीच सभी की निगाहें गतिरोध टूटने को लेकर बनी हुई हैं। फिलहाल सरकार के स्तर पर पहले दौर की कल हुई वार्ता विफल होने के बाद से अभी तक दूसरे दौर की वार्ता का कोई सन्देश नहीं मिला है। इधर भाजपा और ब्राह्मण संगठनों ने सभी मांगों का समाधान नहीं होने तक धरना स्थल पर ही डटे रहने का फैसला लिया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई है जिसके अनुसार अब पार्टी के नेता विधानसभावार अलग-अलग समय में धरना स्थल पर बैठेंगे।
तय हुए कार्यक्रम के अनुसार आज सुबह से लेकर रात 8 बजे तक झोटवाड़ा, मालवीय नगर, चौमूं, जमवारामगढ़ विधानसभा के नेता-कार्यकर्ता धरना स्थल पर मौजूद रहेंगे, जबकि रात 8 से सुबह 9 बजे तक सिविल लाइन्स, आमेर, आदर्श नगर विधानसभा के कार्यकर्ता धरने में शामिल होंगे। इस तरह से 24 घंटे तक धरनास्थल पर मौजूद रहने की योजना बानाई गई है।
इस बीच आज धरनास्थल पर आज सुबह से अब तक दो अलग-अलग हाईवोल्टेज स्थितियां देखी गई, जिससे कुछ देर के लिए माहौल गरमाया रहा। पहले तो शव को ताबूत से डीप फ्रीज़र में शिफ्ट करने के मामले पर विवाद हुआ। दरअसल, शव को डीप फ्रीज़र में रखने के लिए बिजली के कनेक्शन की आवश्यकता थी, लेकिन पुलिस ने ऐसी अनुमति देने से मना कर दिया। इसपर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच कुछ देर के लिए बहसबाजी हुई।
इसी तरह से एक दूसरे मामले में स्थिति तब बिगडती दिखाई दी जब दो ब्राह्मण संगठन एक-दूसरे के आमने-सामने हो गए। दो अलग-अलग संगठनों के नेताओं ने एक दूसरे पर पुजारी मौत मामले में श्रेय लेने को लेकर जमकर आरोप लगाए। इस दौरान नेताओं की आपस में गाली-गलौच भी हुई। स्थितियां बिगडती देखी गई, तो भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के हस्तक्षेप करके मामले को शांत करवाया। फिलहाल सभी धरना स्थल पर डटे हुए हैं और सरकार के अगले दौर की वार्ता के बुलावे का इंतज़ार कर रहे हैं।