पूनियां ने पत्र में लिखा है कि विष्णु दत्त के आत्महत्या की सूचना के बाद उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, सांसद राहुल कस्वां और नोखा विधायक बिहारीलाल विश्नोई मौके पर गए थे। इन नेताओं ने निष्पक्ष जांच और अन्य मांगों को लेकर धरना दिया था। केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, कैलाश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चन्द कटारिया सहित पार्टी के अनेक सांसद एवं विधायकों ने भी सीबीआई जांच के लिए लिखा है। इस बात से तो किसी को भी एतराज नहीं है कि विश्नोई की आत्महत्या के कारणों का सच समाज के सामने आए। इसलिए सरकार पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराए। पूनियां ने प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर ट्वीट के जरिउ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना भी साधा है।
राजनीतिक दबाव की निष्पक्ष की जांच जरूरी सांसद रामचरण बोहरा ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर आत्महत्या प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। बोहरा ने लिखा है कि विष्णु दत्त जैसे पुलिस अफसर का जाना हमारे लिए बड़ी क्षति है। राजनीतिक दबाव की निष्पक्ष जांच जरूरी है। ऐसा भी क्या डर है कि सीएम इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने से डर रहे हैं। विश्नोई की आत्महत्या प्रदेश के लिए कलंक है इसकी निष्पक्ष जांच सीबीआई से करवाई जाए।
ह्रदय विदारक घटना, परिवार को मिले न्याय सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने पत्र में लिखा है कि विष्णुदत्त की आत्महत्या ह्रदयविदारक घटना है। पूरे प्रदेश में इस घटना को लेकर रोष है। विश्नोई के आत्महत्या करने से कानून व प्रशासनिक व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगना स्वाभाविक है। कई जनप्रतिनिधियों ने मामले की जांच सीबीआई से कराने का आग्रह किया है। मैं भी मांग करता हूं कि मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए।