पूनियां ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह ऐसी सरकार है जो अराजकता, भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के लिए हमेशा याद की जाएगी। इतने कम समय में इन्होंने इतना नाम कमा लिया। पूनियां ने कहा कि परिसिमन में बदनीयति से वार्डों को तोड़ा मरोड़ा गया। तीन के छह निगम बनाए और निगम के भीतर भी जिस तरह से सीमांकन किया, उसे लेकर आज तक जनता को ऐतरा है। राज्य सरकार को यह अभिमान है कि अपने वोट बैंक को पुख्ता करते हुए वे अपनी मंशा में कामयाब हो जाएंगे। मगर भाजपा सभी छह नगर निगम में अपना बोर्ड बनाएगी। पूनियां ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले 20 महीने में कोई नया काम नहीं किया। कोई नया वर्क आॅर्डर जारी नहीं हुआ। कोरोना काल में जयपुर हॉटस्पॉट बना हुआ है और 20 महीने की सरकार की विफलता एक बड़ा मुद्दा है। उन्होंने कहा कि शहरों के साथ सरकार ने न्याय नहीं किया। केवल हमारी योजनाओं का फीता काटने का काम किया या केंद्र की योजनाओं पर सरकार की कछुआ चाल ने जयपुर के विकास को बाधित किया। हम जनता की अदालत में जा रहे हैं, इसलिए सरकार के खिलाफ आज ब्लैक पेपर जारी कर रहे हैं। इस ब्लैक पेपर के जरिए जनता के बीच में सरकार के कामकाज की पोल खोलेंगे। सरकार की 20 महीने की विफलताएं पेपर में शामिल की गई हैं।
अपराधियों में खत्म हुआ भय केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने बढ़ते अपराधों को लेकर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस सरकार में अपराधियों में भय नाम की कोई चीज ही नहीं है। कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो शहरी जनजीवन बांधित होता है और यही प्रदेश में देखने को मिल रहा है। शहरों में महिला अत्याचार और दलित उत्पीड़न के मामले बढ़ रहे हैं। कानून व्यवस्था इतनी चौपट हो गई है कि एक ही दिन में तीन फायरिंग की घटना होती है। जयपुर शहर में चैन तोड़ने की घटनाएं सामने आ रही है और इन 20 महीने में शहरी जीवन पूरी तरह से अस्त व्यवस्त हो चुका है। मेघवाल ने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में जो काम चल रहे थे उनके ही फीते काटने का काम कांग्रेस ने किया है। चाहे मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा में फीते काटे हो या जयपुर में मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने काटे हो। मेघवाल ने खाचरियावास के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि इलेक्ट्रिक बस का मिशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है।