सतीश पूनियां ने कहा की हमारी कोशिश है की पार्टी जमीनी तौर पर 365 दिन 24 घंटे काम करने के लिए तैयार रहे। साथ ही बैठक में आगामी पंचायत चुनावों और संगठनात्मक कार्यक्रमों को लेकर भी चर्चा हुई। इस दौरान सतीश पूनियां ने कहा की जिलाध्यक्षों ने बैठक में जो फीडबैक दिया उसमें यह सामने आया की प्रदेश में 70 फीसदी सरपंच और पंच पार्टी विचारधारा से जुड़े लोग जीतकर आएं है जिससे सरकार जिला परिषद और पंचायत समितियों के चुनावों में जाने से डर रही है।
धौलपुर और राजसमंद पर चल रहा है मंथन धौलपुर और राजसंमद को छोड़कर भाजपा के सभी संगठनात्मक जिलों के अध्यक्षों की अब तक घोषणा नहीं होने को लेकर कहा कि धौलपुर बहुत बड़ा संगठनात्मक जिला कभी रहा नहीं। वहां पर पार्टी की सदस्यता भी बहुत ज्यादा नहीं है। ऐसे में हमारी कोशिश है कि धौलपुर में मजबूत संगठन मिले। इसके लिए हम सोशल इंजिनियरिंग के माध्यम से जिलाध्यक्ष की तलाश में हैं, जिससे संगठन मजबूत हो सके। इस बार धौलपुर में हमारा संगठन मजबूत होगा।