किरण माहेश्वरी की पार्थिव देह आज उदयपुर लाई जायेगी जहां कोविड प्रोटोकॉल के तहत उनका अंतिम संस्कार होगा। भाजपा की कद्दावर नेत्री के चले जाने से ना सिर्फ भाजपा के बल्कि प्रदेश के सियासी सियासी गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है।
गौरतलब है कि माहेश्वरी को 28 अक्टूबर को कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी जिसके बाद उन्हें अगले ही दिन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसके बाद भी स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने के चलते उन्हें एयर एम्बुलेंस के ज़रिये 7 नवंबर को गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल शिफ्ट करवाया गया था। तभी से वे वहां आईसीयू में भर्ती रहीं।
राज्यपाल ने जाने थे हाल, कई नेताओं ने जताई थी चिंता
राज्यपाल कलराज मिश्र ने शनिवार को ही माहेश्वरी के पति से फोन पर बात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी। इस दौरान राज्यपाल ने माहेश्वरी के जल्द स्वास्थ्य होने की कामना भी की थी।
वहीं भाजपा पार्टी में भी वरिष्ठ विधायक के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बनी हुई थी। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया सहित अन्य नेता भी माहेश्वरी के पति से बात कर उनके स्वास्थ्य को लेकर लगातार फीडबैक ले रहे थे।
…इसलिए मानी गईं कद्दावर नेत्री
59 वर्षीय माहेश्वरी का लंबा सियासी सफ़र रहा है। वे उदयपुर की सांसद एवं उदयपुर नगर परिषद की पहली महिला सभापति रहीं। उन्होंने वसुंधरा सरकार में कैबिनेट मंत्री से लेकर भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पार्टी में कई महत्वपूर्ण पदों की ज़िम्मेदारी संभाली। मूल रूप से उदयपुर की रहीं माहेश्वरी राजसमंद से विधायक चुनी गईं। वे कोटा उत्तर नगर निगम की प्रभारी थीं और कोटा चुनाव के दौरान ही कोविड पॉजिटव हुईं।
वे अखिल भारतीय महेश्वरी महासाभा, वैश्य महासम्मेलन, इंडियन लायंस परिसंघ, भारत विकास परिषद, मृगेंद्र भारती, सावरकर स्मृति जैसे कई संगठनों में एक सक्रीय सदस्य भी रहीं।
माहेश्वरी के निधन पर राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने दुःख जताया है।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया। अपने शोक सन्देश में राज्यपाल ने माहेश्वरी को समाज हित के लिए समर्पित और संवेदनशील जन नेत्री बताया। उन्होंने ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति और उनके परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की कामना की है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने शोक सन्देश में माहेश्वरी के निधन पर दुःख जताया। उन्होंने भाजपा नेत्री के परिवार के सदस्यों और समर्थकों को इस दुःख की घडी में संबल देने और क्षति सहन करने की ईश्वर से कामना की।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा, ‘माहेश्वरी के असामयिक निधन का समाचार सुन स्तब्ध हूं, दुःखी हूं। किरण का यूं अलविदा कह देना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शान्ति व परिजनों को सम्बल प्रदान करें।
राज्यसभा सांसद ओम माथुर ने अपने शोक सन्देश में लिखा, ‘कोविड-19 का एक और वज्रपात। माहेश्वरी का असमय निधन भाजपा परिवार के लिए इतनी बड़ी क्षति जिसकी पूर्ति सम्भव नहीं है।’
राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने कहा, ‘माहेश्वरी का आकस्मिक निधन भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। शोकाकुल परिवारजनों को ईश्वर संबल दे।‘
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने शोक जताते हुए कहा, ‘आज भारतीय जनता पार्टी का परिवार शोक से व्याकुल है। माहेश्वरी का यूँ चले जाना स्तब्ध कर गया है। सदन में उनकी वाणी विपक्ष को निरूत्तर कर देती थी। बतौर सफल जनप्रतिनिधि और संगठक उनकी भूमिका प्रभावी थी।’