सराफ ने कहा कि शिवसेना ने अवसरवादिता का परिचय देकर गठबंधन तोड़ने का काम किया। जनादेश का अपमान किया। देवेंद फड़नवीस और अजीत पवार ने महाराष्ट्र को स्थिर सरकार दी है। यह सरकार पांच साल सरकार चलेगी और महाराष्ट्र विकास के मार्ग पर अग्रसर होगा। इससे पहले विधायक कालीचरण सराफ, जयपुर शहर अध्यक्ष मोहन लाल गुप्ता, पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा, पूर्व महिला आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा ने कार्यकर्ताओं को सरकार बनने की बधाई दी। भाजपा जिंदाबाद, पीएम मोदी जिंदाबाद जैसे नारे लगाए गए।
सीएम बनने का सपना धरा रह गया
सराफ ने कहा कि उद्धव ठाकरे का सपना धरा रह गया। जनादेश के अपमान करने वाली की यही हालत होगी जो शिवेसना की हुई है। शरद पवार की पीएम ने राज्यसभा में प्रशंसा की। पवार ने पीएम और अमित शाह से मिले। एनसीपी के 56 विधायक भाजपा के साथ हैं।
शिवसेना उतावली नजर आई
ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि शिवसेना बहुत उतावली थी। उतावलेपन में विचारधारा के खिलाफ कांग्रेस का साथ दिया। तीन पार्टियां मिलकर के बनावटी, दिखावटी और सजावटी सरकार बनाने की तैयारी कर रही थी। बनावट और सजावट होती है तो गिरावट आती है। महाराष्ट्र की राजनीति में गिरावट आई थी।