बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल अभी उत्तर प्रदेश में रहते हैं। लेकिन, राजस्थान से उनका खास रिश्ता है। क्योंकि इनका जन्म राजस्थान में ही हुआ और यही से शिक्षा भी ली थी। 54 वर्षीय सुनील बंसल का जन्म
राजस्थान की राजधानी जयपुर में 20 सितम्बर 1969 को हुआ था। वे साल 1989 में राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र चुनाव में महासचिव चुने गए थे। भाजपा में शामिल होने से पहले वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे हैं। जिसके बाद वह बीजेपी सदस्य के तौर पर सक्रिय राजनीति में आ गए। वे भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में सबसे आगे रहे। सुनील बंसल ने 2010 से 2014 तक यूथ अगेंस्ट करप्शन के राष्ट्रीय संयोजक के रूप में सक्रिय भूमिका निभाई थी।
इसलिए मिल सकती है बीजेपी की कमान
राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल को यूपी बीजेपी का चाणक्य कहा जाता है। बंसल ने 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी में अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद से वे अमित शाह के करीबी माने जाने लगे। बंसल ने 2017 में भी यूपी चुनाव और 2019 के यूपी आम चुनाव में भी भाजपा की जीत के लिए खूब काम किया था। इसके बाद से अमित शाह के चहेते सुनील बंसल को यूपी में अहम माने जाना लगा था। इनका नाम राजस्थान के मुख्यमंत्री बनाने के लिए भी चर्चा में रहा था। हालांकि, ऐसा नहीं हो पाया था। लेकिन, अब उनका नाम बीजेपी अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे चल रहा है।
राजस्थान के इन नेताओं की भी चर्चा
सुनील बंसल के अलावा राजस्थान के दो नेताओं के नाम भी चर्चा में है। जिनमें ओम माथुर, कोटा सांसद ओम बिरला और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे का नाम शामिल हैं। ओम बिरला मोदी 2.0 के कार्यकाल के दौरान लोकसभा अध्यक्ष रहे। ओम माथुर : पूर्व राज्य सभा सांसद ओम माथुर राजस्थान के रहने वाले है और वे पीएम मोदी के चहेते हैं। वे पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात के प्रभारी भी रह चुके हैं। भैरोंसिंह शेखावत के शिष्य ओम माथुर आरएसएस के सक्रिय प्रचारक रहे हैं।
ओम बिरला : बीजेपी नेता ओम बिरला कोटा लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रहलाद गुंजल को हराकर फिर से लोकसभा पहुंचे हैं। वे मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में लोकसभा अध्यक्ष रह चुके है। चर्चा थी कि उन्हें इस बार मोदी कैबिनेट में शामिल किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब चर्चा है कि ओम बिरला को बीजेपी अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
वसुंधरा राजे : बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम भी काफी सुर्खियों में है। चर्चा थी कि उनके बेटे दुष्यंत सिंह, जो लगातार 5वीं बार झालावाड़ से जीतकर लोकसभा पहुंचे है। उन्हें मोदी कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। लेकिन, ऐसा नहीं होने के बाद अब सियासी गलियारों में चर्चा है कि वसुंधरा राजे को बीजेपी की कमान सौंपी जा सकती है।