चुनावी वादा किया था कांग्रेस ने— डॉ. पूनियां ने सीएम गहलोत को पत्र में लिखा कि,राजस्थान के किसानों की कर्जमाफी का वादा कांग्रेस की ओर से साल 2018 के विधानसभा चुनावों में किया गया था, ऐसे में यह जरूरी है कि इस वादे को पूरा करने के लिए किसानों के ओवर ड्यू (बकाया ऋण) के समाधान की जिम्मेदारी राज्य सरकार अपने ऊपर ले और किसानों के ऋण सैटलमेंट करके उनकी जमीनों को नीलामी से मुक्त करें।
पूनियां ने कहा कि, कर्जमाफी के नाम पर कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसानों से वादाखिलाफी की है, किसानों को धोखा दिया है और किसानों से झूठ बोला। कर्ज से परेशान होकर प्रदेश में अनेकों किसानों ने सुसाइड किया है, नीलामी की प्रक्रिया लगातार जारी है, अलवर के थानागाजी के पास हींसला गांव में शहीद यादराम गुर्जर के पिता जयराम गुर्जर के परिवार को भी कांग्रेस सरकार ने नहीं बख्शा, उनके सहित 6 परिवारों की जमीनों की नीलामी कर दी गई।
उन्होंने कहा कि, राजस्थान का किसान हताशा और निराशा से गुजर रहा है, कांग्रेस सरकार चिट्ठी चिट्ठी खेल रही है, लेकिन 2018 में किया हुआ वादा राहुल गांधी और अशोक गहलोत को याद रखना चाहिए, जनघोषणा पत्र व भाषणों में जो कहा उस पर उनको ईमानदारी से अमल कर किसान कर्जमाफी का वादा पूरा करना चाहिये, जिसका इंतजार पिछले 3 वर्ष से प्रदेश के 59 लाख किसान कर रहे हैं।