भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने पिछले दिनों दिल्ली प्रवास के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष से मुलाकात की थी। इस दौरान पूनियां ने दोनों नेताओं के समक्ष संगठन के कामकाज का ब्यौरा रखा था। वहीं अन्य राज्यों ने भी अपने कार्यों का ब्यौरा रखा। मगर बैठक में प्रकल्प और विभागों के गठन और उनके कामकाज के आधार पर कर्नाटक मॉडल की सराहना की गई। वहीं मंडल और बूथ इकाई का बड़ी संख्या में विस्तार करके कार्यकर्ताओं की लंबी चौड़ी फौज इकट्ठा करने के लिए गुजरात मॉडल को सराहा गया। आपको बता दें कि प्रकल्प में एक संयोजक, एक सह संयोजक और सदस्यों की घोषणा होगी। प्रदेश स्तर पर प्रकल्प में 9 सदस्य बनाए जाएंगे, जबकि जिला स्तर पर सदस्यों की संख्या 7 और मंडल स्तर पर इन प्रकल्प और प्रकोष्ठों में सदस्यों की संख्या 5 होगी। वहीं विभागों में एक संयोजक, एक सह संयोजक के साथ कुछ सदस्य भी बनाए जाएंगे, जिनकी नियुक्ति होगी।
20 प्रकोष्ठ की मांगी स्वीकृति राजस्थान भाजपा ने अभी तक प्रकोष्ठ—प्रकल्प और विभागों का गठन नहीं किया है। पार्टी के हिसाब से 18 प्रकोष्ठ हैं, मगर प्रदेश नेतृत्व ने आलाकमान से 20 प्रकोष्ठ के गठन की स्वीकृति मांगी है। वहीं 28 विभागों में भी नियुक्तियों का दौर जल्द शुरू होगा। इनके गठन को लेकर तैयारियां की जा रही हैं और बहुत हद तक काम पूरा हो चुका है।