पूनिया ने भाजपा मुख्यालय पर पत्रकार वार्ता में कहा कि व्यक्तिगत तौर पर इस तरह के बयान पार्टी की मर्यादा के बाहर है। जो नेता ये बयान दे रहे हैं, वो पार्टी के संज्ञान में हैं। इन सभी को समय आने पर जवाब भी मिलेगा। इस तरह के बयानों को लेकर केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट भेजने के सवाल पर पूनियां ने कहा पार्टी में जो भी कुछ हो रहा है सबको दिख रहा है और सब के संज्ञान में है। गौरतलब है कि पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने बुधवार को कहा था कि राजस्थान में वसुंधरा राजे जितना बड़ा कद किसी नेता का नहीं है। वहीं गुरुवार को भाजपा विधायक प्रतापसिंह सिंघवी ने भी कहा कि राजे का कोई विकल्प नहीं है। जिसके चलते पूनियां को इन नेताओं को हिदायत देना ही पड़ी है।
20 दावेदार भी हों तो भी फर्क नहीं पड़ता पूनियां ने कहा कि कांग्रेस कहती है कि भाजपा में 10 नेता मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। अगर 20 दावेदार भी हो तो भी पार्टी को कोई नुकसान नहीं है। एक समय था जब बीजेपी में लीडर क्राइसिस की बातें होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। भाजपा वैचारिक, व्यवहारिक और संगठनात्मक रूप से मजबूत है। ऐसे में कांग्रेस नेताओं के इस तरह के बयानों से कोई चिंता वाली बात नहीं है।