भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कहा कि बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो परिस्थितिवश नाम वापस नहीं ले पाते हैं, लेकिन पार्टी के हित में रिटायर्ड होते हैं। कल का ही समय निकला है। आज सभी प्रभारियों से छह नगर निगमों की रिपोर्ट ली है। वर्चुअल तरीके से सबका फीडबैक लेंगे और नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। नामांकन पत्र खारिज होने के बाद निर्दलीयों को समर्थन के प्रश्न पर पूनियां ने कहा कि हमारे वार्डों के लोगों ने जो रिपोर्ट दी है। कुछ ऐसे कार्यकर्ता थे, जिन्होंने निर्दलीय नामांकन भरा है और भरा था, जो चुनाव लड़ने में सक्षम भी है और जिन पर कार्यकर्ताओं की आम राय है। उन लोगों को समर्थन भी देंगे। साथ ही गुण अवगुण के आधार पर कुछ लोगों को चुनाव के बाद अपना भी सकते हैं। आपको बता दें कि भाजपा के चार नामांकन खारिज हुए थे और दो प्रत्याशी नामांकन दाखिल नहीं कर पाए।
आपको बता दें कि भाजपा ने साफ कहा था कि पहले बागियों को मनाया जाएगा और नहीं मानें तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पार्टी का दावा है कि 95 प्रतिशत बागियों को मना लिया गया है, लेकिन अब भी कई नेता मैदान में डटे हुए हैं। जयपुर ग्रेटर की बात की जाए तो मालवीय नगर के वार्ड 149 से भाजपा महिला मोर्चा से जुड़ी व पूर्व पार्षद स्वाति परनामी, वार्ड 150 से पूर्व पार्षद संजीव शर्मा ने अपना नाम वापस नहीं लिया है। जयपुर हैरिटेज के आदर्श नगर के वार्ड 93 से पूर्व पार्षद नीता खेतान, किशनपोल वार्ड 74 से पूर्व पार्षद कुसुम यादव, किशनपोल वार्ड 58 से पूर्व सांसद गिरधारीलाल भार्गव के पुत्र मनोज भार्गव को भाजपा नाम वापसी के लिए नहीं मना पाई।