राज्य के पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) प्रवीन कुमार ने बताया कि एसआइटी ने पुलिस की टीम के साथ पहुंचकर स्वामी चिन्मयानंद को आश्रम से उठाया और बाद में कोतवाली ले गई। उसके बाद चिकित्सीय परीक्षण के लिए मेडिकल कॉलेज लेकर ले जाया गया।
स्वामी चिन्यमानंद का ट्रामा सेंटर में चेकअप कराया गया। इस दौरान एसआइटी प्रभारी नवीन अरोड़ा के साथ ही अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। गौरतलब है कि विधि की एक छात्रा ने स्वामी चिन्मयानंद पर शोन शोषण के गंभीर अरोप लगाये थे। इस मामले में छात्रा ने धमकी थी कि अगर स्वामी को गिरफ्तार नहीं किया जायेगा तो वह आत्महत्या कर लेगी।
ये रहा केस का राजस्थान कनेक्शन
दरअसल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानन्द पर शोषण का आरोप लगाने वाली लॉ कॉलेज की छात्रा को यूपी पुलिस ने दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी से दस्तयाब किया था। इसके बाद दौसा जिला पुलिस भी हरकत में आ गई थी।
उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मेहन्दीपुर बालाजी थाना पुलिस ने छात्रा के रुकने वाली धर्मशाला के बारे में जानकारी ली थी। पूछताछ में सामने आया था कि छात्रा ने उसके साथी संजय के साथ धर्मशाला में कमरा बुक करवाई थी। वे 29 अगस्त को ही मेहंदीपुरबालाजी धर्मशाला पहुंच गए थे। ठहरने के लिए छात्रा के साथी ने ही अपनी आईडी धर्मशाला में जमा कराई थी।