ओबीसी सहित कई सम्मेलन भी-
इस दौरान विभिन्न वर्गो के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसमें एससी, एसटी और ओबीसी के प्रतिनिधियों का कार्यक्रम किया जाएगा। इसके साथ ही 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 75 हजार स्थानों पर भाजपा के कार्यकर्ता योग शिविर लगाकर इसमें हिस्सा लेंगे। 23 जून को श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर पौधरोपण कार्यक्रम किए जाएंगे। ये कार्यक्रम 6 जुलाई तक चलेंगे।
इस दौरान विभिन्न वर्गो के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसमें एससी, एसटी और ओबीसी के प्रतिनिधियों का कार्यक्रम किया जाएगा। इसके साथ ही 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 75 हजार स्थानों पर भाजपा के कार्यकर्ता योग शिविर लगाकर इसमें हिस्सा लेंगे। 23 जून को श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर पौधरोपण कार्यक्रम किए जाएंगे। ये कार्यक्रम 6 जुलाई तक चलेंगे।
अगले माह कार्यसमितियों की बैठकें-
सभी प्रदेशों में कार्यसमिति की 10 जून को बैठकें होगी। इसके बाद जिलों की 20 और मंडलों की 30 जून तक बैठकें की जाएगी। जुलाई में सभी जिलों में प्रशिक्षण शिविर लगेंगे।पिछले दिनों प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने भी कहा कि हम लोकसभा में 2 सीटों से 300 सीटों तक पहुंचे है।इसे हमें बनाए रखना है। ये हमारे लिए सुनहरा और अनुकूल अवसर है। उन्होंने कहा कि हम विकासवादी राजनीति करेंगे।दूसरी पार्टिया देश को तोड़ने और जातियों को बांटने वाली है।इसलिए हमें इस पर कोई ध्यान नहीं देना है।हमें विकास की ही राजनीति करनी है।
सभी प्रदेशों में कार्यसमिति की 10 जून को बैठकें होगी। इसके बाद जिलों की 20 और मंडलों की 30 जून तक बैठकें की जाएगी। जुलाई में सभी जिलों में प्रशिक्षण शिविर लगेंगे।पिछले दिनों प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने भी कहा कि हम लोकसभा में 2 सीटों से 300 सीटों तक पहुंचे है।इसे हमें बनाए रखना है। ये हमारे लिए सुनहरा और अनुकूल अवसर है। उन्होंने कहा कि हम विकासवादी राजनीति करेंगे।दूसरी पार्टिया देश को तोड़ने और जातियों को बांटने वाली है।इसलिए हमें इस पर कोई ध्यान नहीं देना है।हमें विकास की ही राजनीति करनी है।
वैट कम करने की मांग— विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि अपने जन घोषणा पत्र में पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने, पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय पेट्रोल और डीजल पर 26 व 18 फीसदी वैट को कम करने तथा महंगाई को लेकर गांधीकी प्रतिमा के सामने आए दिन आंदोलन के नाम पर नौटंकी करने वाली गहलोत सरकार को अगर वास्तव में जनता से वास्ता है तो उन्हें पेट्रोल और डीजल पर वैट की दरों में तत्काल प्रभाव से कमी करके जनता को राहत देनी चाहिए।