इस सूची में गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का नाम शामिल नहीं करना सबसे चौंकाने वाला है। पिछले दिनों भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद बैंसला के पुत्र विजय सिंह बैंसला ने भाजपा मुख्यालय पहुंचकर पूनियां का सम्मान किया था और कहा था कि पार्टी उन्हें काम सौंपेगी, वे करने को तैयार हैं। बैंसला से पूनियां की मुलाकात को उप चुनाव में गुर्जर बाहुल्य सीटों पर प्रचार के रूप में भी देखा जा रहा था, लेकिन उनका नाम शामिल नहीं होने से पूनियां को झटका लगा है।
ऐनवक्त पर जोड़े कई नाम भाजपा इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर चुनाव लड़ने का मानस बना रही थी। यही वजह थी कि प्रदेश स्तरीय नेताओं के स्थान पर राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को प्रचार की कमान सौंपी जानी थीं। लेकिन उप चुनाव के मिजाज और प्रदेश नेतृत्व के आग्रह पर ही सूची में ऐनवक्त पर कई नेताओं के नाम जोड़े गए हैं। इसके पीछे पांच राज्यों के चुनाव को भी वजह माना जा रहा है। हालांकि पार्टी ने तीनों केंद्रीय मंत्रियों को स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया है।
जसकौर पर भारी पड़े किरोड़ी लाल किरोड़ी लाल मीणा भले ही भाजपा से राज्यसभा में सांसद बनाकर भेजे गए हों, लेकिन संगठन के कार्यक्रमों से उनकी लगातार दूरी बनी हुई थी। इसे मीणा की नाराजगी के रूप में भी देखा जा रहा था, लेकिन पार्टी ने जसकौर के स्थान पर किरोड़ी लाल मीणा को स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल करके उनकी नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया है।
इन नेताओं को बनाया स्टार प्रचारक भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश के सह प्रभारी भारती बेन, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे, राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव, राज्यसभा सांसद ओम प्रकाश माथुर, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, कैलाश चौधरी, राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर, वरिष्ठ नेता किशन लाल गुर्जर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी और अशोक परनामी, भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी, नारायण सिंह देवल, जोगेश्वर गर्ग, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, मदन दिलावर, सुनील कटारा, सांसद और महामंत्री दीया कुमारी, राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, राजेंद्र गहलोत, लोकसभा सांसद कनकमल कटारा, सीपी जोशी, सुभाष बहेरिया, राहुल कस्वां और नारायण लाल पंचारिया।