शाह ने चुनाव संबंधी यह बयान देने के साथ ही बिहार चुनाव को लेकर चल रही उन सारी चर्चाओं पर विराम लगा दिया है, जिनमें भाजपा से गठबंधन को लेकर सवाल उठ रहे थे। आपको बता दें कि बिहार के बीजेपी नेता पिछले कुछ समय से नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। बीजेपी के नेता संजय पासवान ने कहा था कि बिहार के लोग एक बीजेपी नेता को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि झारखंड वाली स्थिति बिहार में नहीं है। संजय पासवान ने नीतीश कुमार के ‘थका चेहरा’ बताया था। उन्होंने कहा था कि बिहार के लोग अब थके नीतीश कुमार की जगह बीजेपी का मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं। इसके बाद जेडीयू ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने के साथ ही कहा था कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से ऐसे बड़बोले नेताओं के बयानों पर संज्ञान लेना चाहिए। बीजेपी नेताओं के बयानों से बिहार में गठबंधन को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए शाह ने आज यह स्पष्ट कर दिया कि बीजेपी वहां चुनाव किसके नेतृत्व में और किसके साथ लड़ेगी।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस रैली में कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ‘राहुल बाबा और लालू प्रसाद, आप CAA पर लोगों को गुमराह न करें।
ममता बनर्जी भी लोगों को गुमराह कर रही हैं। शाह बोले, मैं यह बताना चाहता हूं कि ये नागरिकता देने का कानून है, इससे किसी की नागरिकता नहीं जा सकती।’ शाह ने रैली में आए कार्यकर्ताओं से कहा कि वे नागरिकता कानून को लेकर बिहार के में घर घर जाकर जनजागरण करने का आव्हान किया। उन्होंने कहाकि सीएए को लेकर कांग्रेस व विपक्षी दल केवल वोट बैंक की राजनीति कर रहे है। वे भ्रांतियां फैलाकर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता ऐसा नहीं होने देंगे। जनजागरण अभियान में और तेजी लाई जाएगी।