जयपुर

भाजपा विधानसभा में उठाएगी ओलावृष्टि से फसलों के नुकसान का मामला

भाजपा विधानसभा ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुद्दा उठाएगी। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक सतीश पूनिया ने रविवार कहाकि सरकार की फसल बीमा में देरी के चलते किसानों को पहले भी नुकसान हो चुका है। एसडीआरफ या कृषक कल्याण से जैसे भी किसानों के नुकसान की पूर्ति कर सकते हैं की जाए, क्योंकि हजारों किसान इस ओलावृष्टि से प्रभावित है।

जयपुरMar 08, 2020 / 07:10 pm

Prakash Kumawat

भाजपा विधानसभा में उठाएगी ओलावृष्टि से फसलों के नुकसान का मामला

भाजपा विधानसभा में उठाएगी ओलावृष्टि से फसलों के नुकसान का मामला

भाजपा विधानसभा ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुद्दा उठाएगी। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक सतीश पूनिया ने रविवार कहाकि सरकार की फसल बीमा में देरी के चलते किसानों को पहले भी नुकसान हो चुका है। एसडीआरफ या कृषक कल्याण से जैसे भी किसानों के नुकसान की पूर्ति कर सकते हैं की जाए। क्यों कि हजारों किसान इस ओलावृष्टि से प्रभावित है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पूनिया ने रविवार को हनुमानगढ़ जिले के नोहर तहसील के असरजाना गांव में ओलावृष्टि का जायजा लिया। इसके बाद बताया कि राजस्थान में 15 जिलों में गेहूं, जौ, सरसों, चना,इसबगोल जैसी तमाम ऐसी नाजुक किस्म की फसलों को नुकसान हुआ है। किसानों ने उनसे शीघ्रताशीघ्र मुआवजे व सहायता दिलाने की मांग की तब पूनिया ने उन्हें आश्वस्त किया कि भाजपा की ओर से यह मामला सदन में फिर से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से फसलों की बर्बादी हुई है, उससे लगता है कि पुरजोर तरीके से सदन में यह बात रखने की आवश्यकता है।

बाइट सतीश पूनिया
आपको बता दें कि चार, पांच और छह मार्च को ओलावृष्टि से किसानों की खड़ी फसलें चौपट हो गई। उनकी आंखों के आसूं थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस मामले में 6 मार्च के विधानसभा में पक्ष—प्रतिपक्ष के कई विधायकों ने ओालावृष्टि से किसानों की बर्बादी की बात कहते हुए शीघ्रताशीघ्र गिरदावरी करवाकर मुआवजा दिलवाने की मांग की थी। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा था कि एक समयसीमा तय करके किसानों गिरदावरी करवा कर किसानों को शीघ्रताशीघ्र सहायता दी जाए। इसके बाद आपदा राहत मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने जवाब दिया था कि सरकार गिरदावरी करवाकर 33 फीसदी से ज्यादा फसल खराबे वाले पीड़ित किसानों को मुआवजा दिलवाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए गिरदावरी की समय सीमा नहीं है, विशेष गिरदावरी करवाई जाएगी। इसके लिए सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दे दिए गए हैं।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि हमने विधानसभा में यह मामला उठाया था कि फसल खराबे का कितना पैसा, किसान की जेब में कब पहुंचेगा? सरकार के पास इसका जवाब नहीं था। उन्होंने कहा कि इस मामले में सियासत की जरूरत नहीं। आज जरूरत किसान के आसूं पोछने की है। जिस तरह से फसल बीमा में देरी के कारण किसानों को पहले भी नुकसान हो चुका है। वैसा नुकसान इस बार नहीं होना चाहिए।

आपको बता दें कि जिस तरह से कोरोना से निपटने के लिए विधानसभा में पक्ष—प्रतिपक्ष के सदस्य एकजुट नजर आए, ठीक उसी तरह से ओलावृष्टि से हुए नुकसान तथा किसानों को मुआवजा व सहायता दिलाने के लिए सभी दलों के विधायकों ने चिंता जताई है।
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