विधानसभा चुनावों 2018 में हार के महज 20 दिन बाद ही भाजपा के लिए एक राहत भरी खबर है। पंचायत समिति और जिला परिषद वार्डों के उपचुनावों में भाजपा कांग्रेस पर भारी पड़ी है। रविवार को आए दस वार्डों के परिणामों में छह पर भाजपा और चार पर कांग्रेस प्रत्याशी जीते हैं। इन दस में एक जिला परिषद और 9 पंचायत समिति वार्ड शामिल हैं। पहले यह उपचुनाव विधानसभा चुनावों से पहले होने थे, लेकिन विधानसभा चुनावों की आचार संहिता लग जाने के कारण सम्बन्धित जिला कलक्टरों ने यह चुनाव विधानसभा उपचुनावों के बाद कराने की मांग की थी।
इन सभी दस वार्डों में 28 दिसम्बर को मतदान हुआ था। कुल 11 वार्डों में चुनाव होने थे, लेकिन सीकर की पीपराली पंचायत समिति के वार्ड नम्बर 19 में एक ही नामांकन आने और उसके भी खारिज हो जाने से यहां मतदान नहीं हो पाया था।
यहां जीती भाजपा
अलवर जिला परिषद, मांडलगढ़, बीदासर, लवाण, मेड़ता, जैतारण पंचायत समिति के एक-एक वार्ड। यहां जीती कांग्रेस
बाड़ी पंचायत समिति के तीन वार्ड, कोटा की लाडपुरा पंचायत समिति का एक वार्ड।
अलवर जिला परिषद, मांडलगढ़, बीदासर, लवाण, मेड़ता, जैतारण पंचायत समिति के एक-एक वार्ड। यहां जीती कांग्रेस
बाड़ी पंचायत समिति के तीन वार्ड, कोटा की लाडपुरा पंचायत समिति का एक वार्ड।
20 दिन में ही मोहभंग
– उपचुनाव के ये नतीजे बता रहे हैं कि नई सरकार लोगों के विश्वास पर खरा नहीं उतरी। महज बीस दिन में सरकार से लोगों का मोहभंग हो गया है। कांग्रेस ने वादा किया था कि दस दिन में किसानों का कर्जा माफ कर देंगे, लेकिन आज तक एक भी पैसा माफ नहीं किया गया।
वसुंधरा राजे, पूर्व मुख्यमंत्री
– उपचुनाव के ये नतीजे बता रहे हैं कि नई सरकार लोगों के विश्वास पर खरा नहीं उतरी। महज बीस दिन में सरकार से लोगों का मोहभंग हो गया है। कांग्रेस ने वादा किया था कि दस दिन में किसानों का कर्जा माफ कर देंगे, लेकिन आज तक एक भी पैसा माफ नहीं किया गया।
वसुंधरा राजे, पूर्व मुख्यमंत्री
हार की समीक्षा करेंगे
– हर छोटे-बड़े चुनाव का महत्व है। कहीं कोई कमी रही है तो उसमें सुधार करेंगे। उपचुनाव की समीक्षा की जाएगी।
अर्चना शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस
– हर छोटे-बड़े चुनाव का महत्व है। कहीं कोई कमी रही है तो उसमें सुधार करेंगे। उपचुनाव की समीक्षा की जाएगी।
अर्चना शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस