रविवार को छात्रा के पिता ने महिला थाने में मामला दर्ज कराया कि शिवा पुत्र केसाराम निवासी लापला कई महीनों से उसके घर फोन कर दसवीं में पढ़ रही उसकी पुत्री को परेशान करता था। वह अश्लील संदेश भेजा करता और फोन पर अश्लील बातें भी करता। इसके बाद उन्होंने फोन का सिमकार्ड बदल दिया, लेकिन आरोपी ने नए नम्बर का पता लगाकर अपनी हरकतें जारी रखी। करीब एक माह पहले उसकी पुत्री विद्यालय से वापस घर आ रही थी, तब शिवा ने उसे अगवा कर झाडिय़ों में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और अश्लील फोटो व वीडियो बना लिया। इसके बाद छात्रा उदास रहने लगी। छात्रा की मां के पूछने पर तीन दिन पहले उसने एक माह पहले हुए घटनाक्रम के बार जानकारी दी और साथ ही यह बताया कि शिवा उसे ब्लैकमेल कर रहा है। शनिवार शाम करीब छह बजे आरोपी ने छात्रा को फोन किया और धमकी दी कि यदि वह घर से भागकर उसके पास नहीं आएगी तो वह उसके फोटो व वीडियो वायरल कर लेगा।
आरोपी के कॉल के दो घण्टे बाद करीब आठ बजे छात्रा ने टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने दुष्कर्म, आत्महत्या के दुष्प्रेरण, आईटी एक्ट व पॉक्सो एक्ट के महत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की। मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों का सुपुर्द किया गया। मामले की जांच पुलिस उप अधीक्षक बाड़मेर आनंदसिंह राजपुरोहित को सौंपी गई। जानकारी के अनुसार आरोपी युवक मजदूरी करता है, शादीशुदा है और दो बच्चों का पिता भी है।
भूल से बच्चों ने कीटनाशक दवा मटकी में घोल दी, किशोर की मौत पाली/सोजत। शिवपुरा थाना क्षेत्र के मोडावास गांव में एक खेत में काम कर रहे एक ही परिवार के लोगों द्वारा मटके में रखा दूषित पानी पी लेने से एक युवक की मौत हो गई। जबकि छह जने अचेत हो गए। उन्हें पाली के बांगड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार रविवार को एक खेत में कृषि कार्य करते समय परिजनों द्वारा खेत में रखे मटकों में भरा दूषित पानी का सेवन कर लेने से पांचवा कलां निवासी लक्ष्मणराम सरगरा (17) पुत्र चौथाराम की मौत हो गई। जबकि मोड़ावास निवासी भेराराम (60) पुत्र किशनाराम, हरिराम पुत्र हरिराम (40), नेनीदेवी (20) पत्नी सुरेश सरगरा, अजय (7) पुत्र सुरेश, कैलाश (5) पुत्र हरिराम अचेत हो गए।
उन्हें पाली के बांगड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया। ग्रामीणों ने बताया कि खेत में कीटनाशक दवा का छिडक़ाव करने के लिए वहां दवा की पुडिय़ा पड़ी थी। मासूम बालकों ने भूलवश पूडिय़ों को पानी की मटकों में घोल दिया और वहां से चले गए। दो जनों की स्थिति गम्भीर होने पर उन्हें जोधपुर रेफर किया गया है। लक्ष्मण का शव परिजनों को सौंप दिया गया।
देरी से पहुंची पुलिस, आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि सूचना देने के बावजूद भी शिवपुरा पुलिस देरी से मौके पर पहुंची। पुलिस की इस लापरवाही से ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने पुलिस को खरी खरी सुनाई। शिवपुरा पुलिस की कार्यशैली को लेकर लगातार शिकायतें सामने आ रही है।