एक्स्ट्रा कैलोरी होगी कम – एक यूनिट ब्लड डोनेट करने से हमारे शरीर की ६५० कैलोरी बर्न होती है, जिससे वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इससे शरीर की अतिरिक्त कैलोरी बर्न होती है। साथ ही खानपान की आदतों में भी बदलाव आता है।
हेमोक्रोमाटोसिस का रिस्क होगा कम – अगर आप हेमोक्रोमाटोसिस की समस्या से ग्रस्त हैं तो आपको रक्तदान अवश्य करना चाहिए। यह एक स्वास्थ्य समस्या है, जिसके अंतर्गत आपका शरीर अतिरिक्त आयरन सोख लेता है। यह एक आनुवांशिक बीमारी हो सकती है। हेमोक्रोमाटोसिस एनीमिया और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं होने की स्थिति में भी हो सकती है। एक बार जब आप रक्तदान करना शुरू करते हैं तो आयरन के आपके शरीर में ज्यादा जमने की समस्या से छुटकारा मिल जाता है। इसके लिए रक्तदान करने वाले व्यक्ति का स्वस्थ रहना काफी आवश्यक है।
गंभीर बीमारियों का खतरा कम – ब्लड डोनेट करने से कैंसर का खतरा भी ९५ फीसदी तक कम हो जाता है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के अनुसार शरीर में आयरन की मात्रा ज्यादा होने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इस संबंध में १२०० लोगों पर रिसर्च की गई, जिसमें पाया गया कि जिन लोगों ने ६ महीने के भीतर ब्लड डोनेट किया, उनमें आयरन की कमी आई।
हार्ट अटैक आशंका कम – फिनलैंड के एक रिसर्च से समाने आया कि ब्लड डोनेट करने से हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है। शोध में २६८२ लोगों ने भाग लिया, जिन लोगों ने छह महीने के अंतराल में ब्लड डोनेट किया उनमें हार्ट अटैक का रिस्क कम देखा गया। इस तरह समय-समय पर ब्लड डोनेट करना जरूरी है।