राजीव गांधी थाना पुलिस व गोताखोरों ने उसे बचाया और परिजनों को सुपुर्द किया। किशोरी के हाथ पर चाकू से इस गेम की आकृति उकेरी हुई मिली। वह सुबह घर से बाजार जाने का कहकर निकल गई थी। जोधपुर का यह पहला केस है। इस जानलेवा गेम का हाल ही में एक मामला राजधानी जयपुर में भी सामने आया था। उस मामले में एक छात्र को एक टास्क के दौरान मुंबई से दस्तयाब किया गया था।
दिन में निकली, मोबाइल रोड पर मिला
राजीव गांधी नगर थानाधिकारी लेखराज सियाग ने बताया कि मंडोर इलाके में रहने वाले बीएसएफ के एक जवान की 16 वर्षीय किशोरी यह गेम मोबाइल में खेलने लगी। उसे पहाड़ी से कूदने कर आत्महत्या करने का टास्क मिला। वह चैलेंज टास्क पूरा करने के लिए दिन में घर से बाजार जाने का कहकर निकल गई। उसने बाजार से चाकू खरीद कर अपने हाथ पर गेम की आकृति भी उकेर ली, जिससे वह लहूलुहान हो गई।
राजीव गांधी नगर थानाधिकारी लेखराज सियाग ने बताया कि मंडोर इलाके में रहने वाले बीएसएफ के एक जवान की 16 वर्षीय किशोरी यह गेम मोबाइल में खेलने लगी। उसे पहाड़ी से कूदने कर आत्महत्या करने का टास्क मिला। वह चैलेंज टास्क पूरा करने के लिए दिन में घर से बाजार जाने का कहकर निकल गई। उसने बाजार से चाकू खरीद कर अपने हाथ पर गेम की आकृति भी उकेर ली, जिससे वह लहूलुहान हो गई।
उसका मोबाइल दोपहर में चौखा क्षेत्र के पास गिर गया, जो किसी व्यक्ति को मिला। इधर, जब वह घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने उसके मोबाइल पर कॉल किया तो मोबाइल मिलने वाले व्यक्ति ने यह जानकारी दी कि यह मोबाइल उसे मिला है। उसने पुलिस को मोबाइल दे दिया। परिजनों ने राजीव गांधी नगर थाना पुलिस से सम्पर्क कर किशोरी के इस इलाके में घूमने की इत्तला दी।
कायलाना के कई चक्कर काटे, रोका तो बोली-मुझे कूदने दो
पुलिस ने बताया कि परिजन उसे तलाश रहे थे, इधर, किशोरी ने अपनी स्कूटी लेकर कायलाना में कूदने के लिए कई बार इस इलाके में चक्कर काटे और कूदने की जगह देखी। किशोरी को यहां के लोगों ने इस तरह घूमते हुए देखा। देर रात करीब 11 बजे पुलिस को सूचना मिली कि एक किशोरी स्कूटी सहित कायलाना क्षेत्र में अकेले घूम रही है। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस ने बताया कि परिजन उसे तलाश रहे थे, इधर, किशोरी ने अपनी स्कूटी लेकर कायलाना में कूदने के लिए कई बार इस इलाके में चक्कर काटे और कूदने की जगह देखी। किशोरी को यहां के लोगों ने इस तरह घूमते हुए देखा। देर रात करीब 11 बजे पुलिस को सूचना मिली कि एक किशोरी स्कूटी सहित कायलाना क्षेत्र में अकेले घूम रही है। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची।
सिद्धनाथ के निकट पहाड़ी इलाके में यह किशोरी स्कूटी सहित कायलाना झील में कूदने का स्टंट कर रही थी, पुलिस व गोताखोर ओमप्रकाश, विक्रम सिंह राठौड़ ने उसे बचा लिया। पुलिस जब उसे बचाया तो वह इसका विरोध करने लगी और कहने लगी कि उसे टास्क पूरा करना है, झील में कूदने दो। पुलिस उसे थाने लेकर आई और रात बारह बजे परिजनों को सुपुर्द किया।
पुलिस का कहना है कि किशोरी पर गेम का पागल सा नशा था। पुलिस का कहना है कि इसी पहाड़ी के निकट गत दिनों एक युवक ने आत्महत्या का प्रयास किया था, लेकिन युवकों ने उसे बचा लिया था।