शिक्षा बोर्ड को लगभग 15 दिन पूर्व ही संवीक्षा के नाम पर पैसे एेंठने की शिकायतें मिली थी। बोर्ड प्रशासन ने उसी दिन सार्वजनिक सूचना जारी कर विद्यार्थियों को इस तरह के झांसेबाजों के चक्कर में नहीं फंसने के लिए आगाह कर दिया था। हालांकि शिकायतें लगातार बढऩे के बाद बोर्ड प्रशासन ने 31 अगस्त को अजमेर के पुलिस लाइंस थाने में लिखित शिकायत दर्ज करा दी है।
अनेक जिलों में फैला जाल
संवीक्षा में अंक बढ़ाने का झांसा देकर अभिभावकों से पैसे वसूलने के मामले अनेक जिलों में सामने आने लगे हैं। अब ताजा मामले अलवर से भी आए हैं। ठगी करने वाले सीधे विद्यार्थियों के नंबर पर कॉल करते हैं। यही नहीं ठग पहले विद्यार्थी को कॉल करके उसके 12वीं कक्षा में आए अंक को विषयवार बताते हैं। इसके बाद कहते हैं कि बोर्ड से बोल रहे हैं। आप चाहें तो संबंधित विषयों में आपके 70 प्रतिशत से अधिक अंक दिला सकते हैं। पूरी जानकारी बताने के कारण विद्यार्थी उनके झांसे में आ जाते हैं। ऐसे कई प्रकरण अलवर के बानसूर मे सामने आ चुके हैं। कई विद्यार्थियों ने 5 हजार रुपए भी ठगी करने वालों के बैंक खातों में जमा कराए हैं। पैसा जमा कराने के बाद वो संबंधित से फोन पर बात नहीं करते हैं। ठगी करने वाले के नंबर अब भी चालू हैं।
बानसूर निवासी एक विद्यार्थी कीर्ति के परिवार के पास फोन आया। परिवार के लोगो ने विश्वास करके राशि जमा करा दी। बाद में उसने फोन उठाना बंद कर दिया। ऐसा कई विद्यार्थियों के साथ हुआ है। कई अलग-अलग स्कूल के विद्यार्थियों के पास फोन भी आए हैं।
विद्यार्थियों का डाटा लीक होना बेहद गंभीर विषय है। इसकी जांच होनी चाहिए कि विद्यार्थियों का डाटा कहां से लीक हुआ है। ठगी करने वाले सीधे विद्यार्थी के मोबाइल नम्बर पर फोन करते हैं।