बोर्ड के अध्यक्ष डॉ डी.पी जारोली ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए ऐसे नेत्रहीन परीक्षार्थी और विशेष योग्यजन परीक्षार्थी जो लिखने में असमर्थ है, तथा जिन्हें मेडिकल प्रमाण पत्र में 75 प्रतिशत विकलांगता के आधार पर श्रुतलेखक उपलब्ध करवाया गया था, ऐसे परीक्षार्थियों को शेष रहीं परीक्षाएँ देने से मुक्ति प्रदान की गई है। ऐसे परीक्षार्थियों की पूर्व में ली गई परीक्षाओं के औसत प्राप्तांकों के आधार पर परिणाम जारी किया जायेगा। बोर्ड ने ऐसे परीक्षार्थियों को सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए शिथिलता प्रदान की है।
डाॅ. जारोली ने बताया कि नकल एवं अनुचित साधनों की रोकथाम के लिए बोर्ड स्तर पर 60 विषेष उड़नदस्ते भी तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारियों के द्वारा 125 उडनदस्तें भी तैनान किये गये है। 09 उडनदस्तें संयुक्त शिक्षा निदेशकों की देखरेख में गठित किये गये है। निदेशालय स्तर पर गठित उडनदस्ता भी पूरे राज्य में परीक्षा काल में निरीक्षण कार्य करेगा। सभी उड़नदस्तों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने जिले के नये बनाये गये परीक्षा उप केन्द्रों तथा सुदूरवर्ती परीक्षा केन्द्रों का गहन निरीक्षण करें और परीक्षा केन्द्र की बाह्य परिस्थितियों का भी जायजा ले।