मां के साथ बंवाल में अपने ननिहाल आया 4 साल का रूद्रप्रताप सिंह उर्फ करण पुत्र दौलत सिंह शनिवार शाम घर में मामा कानू सिंह के साथ खेल रहा था। इस दौरान मोबाइल फोन पर टिकटॉक वीडियो बनाते समय रूद्र ने खूंटी पर टंगी नाना की लाइसेंसी टोपीदार बंदूक उतारने की कोशिश की।
लोडेड बंदूक जमीन पर गिरी, जिससे निकला कारतूस (छर्रा) रूद्र को जा लगा। बंदूक से निकले छर्रों से पास बैठी रूद्र की मां प्रेम उर्फ मीनू कंवर की दायीं आंख और पिंडली जख्मी हो गई। स्थानीय अस्पताल से रैफर बालक को अजमेर के जेएलएन अस्पताल ले गए लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत बताया।
सांस तो चल रही है ना…
रूद्र के मोर्चरी पहुंचने के आधा घंटे बाद उसकी मां को परिजन जेएलएन अस्पताल लेकर पहुंचे। जख्मी मां की आंखें अपने लाल को तलाशती रहीं। चिकित्सकों से पूछती रही, कहां है मेरा बच्चा? वह ठीक तो है ना, उसकी सांसें तो चल रही है ना? बाद में प्राथमिक उपचार कर मां को छुट्टी दे दी गई।
पहले किशोर की गई थी जान
गौरतलब है कि गुरुवार रात दौसा में टिकटॉक वीडियो के फेर में गले में फंदा लगने से किशोर की मौत हो गई थी।