ब्रांड मिशन स्टेटमेंट
ब्रांड की बिल्डिंग करने से पहले आपको यह जानने की जरूरत है कि बिजनेस किस तरह की वैल्यू प्रोवाइड करवाएं, ताकि लोगों को ब्रांड के प्रति भरोसा हो। यही मिशन टारगेट आपको ब्रांड का उद्देश्य समझने में मदद करेगा। इसके बाद ब्रांड बिल्डिंग की रणनीति तैयार करनी होगी। ब्रांड से संबंधित हर चीज जैसे उसका लोगो, टैगलाइन, वॉइस, मैसेज एवं पर्सनेलिटी आदि सभी चीजें मिशन को प्रभावित करने वाली होनी चाहिए। देखा जाए तो ब्रांड मिशन स्टेटमेंट टारगेट ग्रुप को यह स्पष्ट है कि कंपनी अपने ग्राहकों के लिए पैशनिस्ट है।
इंडस्ट्री के ब्रांड का अध्ययन जरूरी है
अ पनी इंडस्ट्री के बड़े ब्रांड की कभी नकल न करें लेकिन उनके प्रति अवेयर रहना भी बहुत जरूरी है। आपको अलग लक्ष्य निर्धारित करने होंगे। इसलिए ब्रांड का निर्माण करने से पहले मुख्य कॉम्पिटीटर एवं बेंचमार्क ब्रांड के बारे अच्छी तरह से रिसर्च करें। इस दौरान आपको यह ध्यान देना होगा कि बड़े ग्रुप ने किस तरह से अपने ब्रांड का नाम स्थापित किया। ब्रांड को प्रभावी बनाने के लिए जरूरी है कि कस्टमर्स आसानी से ब्रांड को पहचान लें एवं उन्हें ब्रांड याद रहें। ऐसा रिसर्च के बाद ही होगा।
ब्रांड की क्वालिटी और फायदे
ब्रांड को मेमोरेबल बनाने के लिए आपको सभी पहलुओं पर अच्छी तरह से विचार करना होगा। कंपनी की ब्रांडिंग को यूनिक बनाने के लिए उसकी क्वालिटी और बेनिफिट्स पर फोकस करना होगा। इसके लिए आपको टारगेट ग्रुप को ध्यान में रखना होगा कि लोग अन्य ब्रांड की बजाय आपके ब्रांड पर क्यों भरोसा करें। इसलिए आपको अपने प्रोडक्ट और सर्विस के बारे में अच्छी तरह से समझना होगा, तभी आपका ब्रांड सफल हो सकता है।
ब्रांड लोगो और टैगलाइन
ज ब आप यह सोचे लेते हैं कि ब्रांड किस तरह से बनाना है तो सबसे पहले आपके दिमाग में ब्रांड की एक इमेज आएगी। यही स्टेप आपको ब्रांड के क्रियान्वयन में मदद करेगी। ब्रांड का लोगो और कंपनी की टैगलाइन को क्रिएट करना, ब्रांड बिल्डिंग प्रोसेस का सबसे महत्त्वपूर्ण भाग है। लोगो बिजनेस से पूरी तरह से संबंधित होना चाहिए, जो आपकी पहचान, कॉलिंग कार्ड एवं आपके वादों की एक विजुअल पहचान होगा।
प्रभावी हो ब्रांड वॉइस
आप अपने कस्टमर्स को किस तरह से कम्यूनिकेट करते हैं और वे क्या प्रतिक्रिया देते हैं, यह ब्रांड वॉइस का ही पार्ट है। इसलिए ब्रांड वाइस में प्रोफेशनल, फ्रैंडली, सर्विस-ओरियंटेड, टेक्निकल, प्रमोशन, कंर्वेसेशन्ल, इंर्फोमेटिव आदि सभी पहलुओं को समावेशित करना आवश्यक है। ब्रांड वॉइस के पीछे एक प्रभावी मैसेज छिपा होना चाहिए। सही ब्रांड वॉइस कंज्यूमर्स से कनेक्ट होने में भी मदद करेगी। इसके लिए आप ब्लॉग आर्टिकल या सोशल मीडिया पोस्ट भी करें।