बता दे..मामला नागौर जिले के ढिंगसरा का है। जहां रिश्वत लेने के आरोप में ग्राम विकास अधिकारी सेवाराम व ग्राम सहायिका के पति सुमेरा राम को एसीबी ने गिरफ्तार किया। एसीबी के अनुसार नंदवानी निवासी महेंद्र सिंह ने 18 नवंबर को शिकायत दी। परिवादी ने बताया कि वह आवासीय पट्टा बनवाना चाहता था। जिसके लिए वह ग्राम पंचायत ढिंगसरा में गया। उसने आवासीय पट्टा बनवाने के लिए समस्त दस्तावेज पेश किए। जिनके आधार पर आवासीय पट्टा बनना था। ग्राम पंचायत ढिंगसरा में आवासीय पट्टा बनाने की एवज में परिवादी महेंद्र सिंह से रिश्वत मांगी गई। जिसकी शिकायत परिवादी ने एसीबी को की। इस पर एसीबी ने शिकायत का सत्यापन किया तो मामला सही पाया गया।
इस आधार पर एसीबी ने योजना तैयार की। परिवादी महेंद्र सिंह बुधवार को 5 हजार रुपए लेकर ग्राम पंचायत पहुंचा। ग्राम पंचायत में परिवादी महेंद्र सिंह ने ग्राम विकास अधिकारी सेवाराम व ग्राम सहायिका के पति सुमेरा राम को रिश्वत की राशि 5 हजार रुपए दिए। एसीबी टीम पूरे मामले पर नजर रख रही थी।
इशारा मिलने पर एसीबी टीम ग्राम पंचायत ढिंगासरा के भारत निर्माण राजीव सेवा केंद्र में पहुंची। जहां रिश्वत लेते रंगे हाथों ग्राम विकास अधिकारी सेवाराम व ग्राम सहायिका के पति सुमेरा राम को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से रिश्वत की राशि बरामद की।
बता दे..एसीबी ने रिश्वत के आरोप में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। बाद में दोनों आरोपियों को एसीबी कार्यालय में लाया गया। जहां एसीबी टीम आरोपियों से पूछताछ कर रहीं है।