बेटियों की शादी की टेंशन से लदा पिता बीमार बेटी को आनन-फानन में अस्पताल ले जाने के लिए घर से निकल गया, उधर बड़ी बहन को समझ नहीं आ रहा था कि वो रोए या खुशियां बनाए।
बहराल वर-वधु दोनों पक्षों से लोग अस्पातल पहुंचे, सभी प्रार्थना कर रहे थे कि सब कुछ ठीक हो जाए, लेकिन भगवान की शायद कुछ और ही मर्जी थी। तेज बुखार में तड़पती हुई दुल्हन बनी छोटी बहन मौत से जंग नहीं जीत पाई और उसने दम तोड़ दिया। बस फिर क्या था घर में कोहराम मच गया।
मामला अजीतगढ़ थाना इलाके के गांव बुर्जा की ढाणी में का है। बीती रात को बुखार से पीड़ित दुल्हन की फेरों की रस्म के बाद अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। शादी में घर मे शहनाइयों व खुशियां का माहौल दुल्हन की मौत से रुदन में बदल गया गांव मे जिसने भी सुना स्तब्ध रह गया।
जानकारी के अनुसार बुर्जा की ढाणी में कजोड़मल वर्मा ने मेहनत मजदूरी कर बड़े अरमानों के साथ अपनी दो पुत्रियों कौशल्या व संतोष का रविवार विवाह निश्चित किया था। पूरे रीति-रिवाज और हर्षोल्लास गाजे बाजे के साथ चिमनपुरा गांव से आई बारात का स्वागत अन्य कार्यक्रमों की बात रात को फेरों की रस्म अदा किया। इस बीच 5-7 दिन से बुखार से पीड़ित चल रही छोटी दुल्हन संतोष की अचानक तबियत बिगड़ गई। परिजनों ने उसे अजीतगढ़ की एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उसकी मौत हो गई।
मौत की खबर से गांव में पसरा सन्नाटा
दुल्हन की मौत की खबर पाकर गांव में सन्नाटा पसरा गया तथा शहनाई बज रही घर में रुदन हो गया। सुबह बड़ी दुल्हन को विदा करने के बाद छोटी दुल्हन का गमगिन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
परिजनों ने बताया कि संतोष के 23 अक्टूम्बर को बान बैठने के बाद से बुखार से पीड़ित चल रही थी। शादी विवाह के कारण उसका अजीतगढ़, हथिदेह में उपचार करवाया। रात्रि को फेरों के बाद अचानक उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तबीयत बिगड़ने पर अजीतगढ़ के अस्पताल में लेकर गए जिसकी आज सुबह उसकी मौत हो गई।
परिजनों का रो रोकर बुरा हाल
बेटी की मौत की खबर पाकर परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। आसपास के लोगों व रिश्तेदारों ने परिजनों को ढांढस बंधाया। बड़ी बेटी को विवाह की अदा कर उसे विदा किया गया और छोटी बेटी को अलविदा किया गया। घटना की दूल्हे विनोद को जानकारी नहीं दी गई। उसे गांव के दूसरे घर में तबियत खराब होने की बात कह कर रुकवाया गया है।