डीआईजी के घर के बाहर मिलने बुलाया- एएसपी नरोत्तम वर्मा ने बताया कि चंद्रप्रकाश ने एसीबी को शिकायत दी थी कि २० दिन पहले उसके पास दलाल प्रमोद शर्मा ने फोन कर उसे डीआईजी के निवास के बाहर मिलने बुलाया। वहां पर प्रमोद शर्मा ने कहा कि दस लाख रुपए दोंगे तो साहब का संरक्षण मिल जाएंगा। इस पर चंद्रप्रकाश ने कहा कि मैं ढ़ाई-तीन लाख रुपए ही दे पाउंगा। प्रमोद शर्मा ने फाइनल
पांच लाख रुपए देना तय कर लिया। चंद्रप्रकाश ने मंगलवार को इसकी शिकायत एसीबी में दी, तो एसीबी ने प्रमोद शर्मा से बात कराई। प्रमोद शर्मा ने उसे सोढानी स्वीट्स पर पांच लाख रुपए लेकर आने को कहा, जहां एसीबी ने उसे दबोच लिया।
दस किलोमीटर तक गाड़ी में घूमाया चंद्रप्रकाश की शिकायत पर एसीबी ने मॉनिटरिंग करना शुरू किया तो प्रमोद शर्मा अपनी कार में बुधवार सुबह करीब 11 बजे सोढानी स्वीट्स की दुकान के पास पहुंचा। यहां पर प्रमोद ने चंद्रप्रकाश को अपनी गाड़ी में बैठा लिया और करीब दस किलोमीटर तक उसे गाड़ी में घूमाता रहा। जब प्रमोद ने देखा कि उसका कोई पीछा नहीं कर रहा है, तो उसने चंद्रप्रकाश से
पांच लाख रुपए ले लिए। उसके बाद वापस प्रमोद शर्मा जब चंद्रप्रकाश को सोढानी स्वीट्स के पास उतारने पहुंचा तो मॉनिटरिंग कर रही एसीबी टीम ने उसे दबोच लिया।
मकान में सर्च-
प्रमोद शर्मा को पकडऩे के बाद एसीबी की टीम ने उसके मालवीय नगर स्थित मकान नंबर डी-364 पहुंचकर सर्च की कार्रवाई करना शुरु किया तो मकान देखकर एसीबी की टीम एक बार के लिए भौचक्की रह गई। बसमेंट समेत पांच मंजिला मकान में ज्यादात्तर उपयोग ऑटोमेटिंग तकनीक का किया गया है। लाखों रुपए की कीमत का होम थिएटर, फर्नीचर, आयातित घड़ियां, सीसीटीवी मिले,नगदी लॉकरों के बारे में जांच जारी की।