बता दे..मामला सीकर जिले के दांतारामगढ़ का है। जहां दीवाली के दूसरे दिन सोमवार को बुआ के बेटे ने अपने भाई की गोली मारकर हत्या कर डाली। जानकारी के अनुसार बड़ागांव बुबाना निवासी कवराज सिंह रविवार को अपनी दुकान पर बैठा था। इस दौरान उसका चाचा महेंद्र सिंह शेखावत दुकान पर आया। पटाखे फोड़ने की बात को लेकर दोनों में बहस हुई। बाद में बहस झगड़े में बदल गई। झगड़ा बढ़ा तो मौके पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। लोगों ने दोनों को समझाइस कर मामला शांत कराया। उसके बाद दोनों वापस अपने घर चले गए। बाद में कवराज सिंह ने अपनी बुआ को फोन किया। कवराज सिंह ने फोन पर बुआ को झगड़े के बारे में बताया। कवराज सिंह की फोन पर यह बात बुआ के बेटे ने सुन ली। अगले दिन सोमवार को बुआ का बेटा कवराज सिंह के घर पहुंचा। जिसके साथ 4—5 अन्य साथी थे। बुआ के बेटे व अन्य आरोपियों ने कवराज सिंह के घर जाकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिससे कवराज सिंह ने घटनास्थल पर हीं दम तोड़ दिया। फायरिंग की वारदात के बाद आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई। मौके पर भारी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। वहीं, हत्या की वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया।
पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। वहीं, घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। समाज के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया हैं। समाज के लोगों का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
अब तक पुलिस के हाथ खाली है। पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी है। लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार कई स्थानों पर दबीश दे रहीं है।