BSNL राजस्थान परिमण्डल ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं और संबंधित उपभोक्ताओं को पत्र आदि माध्यमों से सूचना भेजी जा रही है। BSNL प्रबंधन का तर्क है कि इस सेवा पर खर्च अधिक और आमदनी कम हो रही है। मोबाइल का दायरा भी फैल चुका है।
एक कारण यह भी है कि BSNL को ऐसे उपभोक्ता हाथ से निकलने की आशंका है। ऐसे में इन उपभोक्ताओं को मुफ्त में 3 जी मोबाइल सेवा से जोड़ा जाएगा। उन्हें पुराने नम्बर को एमएनपी (मोबाइल नम्बर पोर्टेबिलिटी) के जरिए रखने की सुविधा दी जाएगी।
फैक्ट फाइल
– ०5 हजार डब्ल्यूएलएल (वायर लैस) उपभोक्ता पोस्टपेड के
– 4500 हजार डब्ल्यूएलएल उपभोक्ता हैं प्रीपेड में
– ०5 लाख लैंडलाइन टेलीफोन (वायर सहित) उपभोक्ता हैं राज्य में
– 1.5 लाख लैंडलाइन टेलीफोन हैं जयपुर में
– ०4 हजार नए उपभोक्ता जुड़ रहे हर माह
– ०5 हजार डब्ल्यूएलएल (वायर लैस) उपभोक्ता पोस्टपेड के
– 4500 हजार डब्ल्यूएलएल उपभोक्ता हैं प्रीपेड में
– ०5 लाख लैंडलाइन टेलीफोन (वायर सहित) उपभोक्ता हैं राज्य में
– 1.5 लाख लैंडलाइन टेलीफोन हैं जयपुर में
– ०4 हजार नए उपभोक्ता जुड़ रहे हर माह
मोबाइल सेवा के दौर में डब्ल्यूएलएल लैंडलाइन सुविधा की खास जरूरत नहीं रह गई है। उच्च स्तर पर निर्णय के बाद यह सेवा बंद की जा रही है।
– ओपी गुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक, BSNL राजस्थान
– ओपी गुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक, BSNL राजस्थान
.. और इधर हो रही आमजन को सेटेलाइट मोबाइल फोन देने की तैयारी
नेटवर्क कनेक्टिविटी से जूझ रहे लोगों के हाथ में भी सेटेलाइट मोबाइल फोन होगा। इससे उपभोक्ता चौबीस घंटे नेटवर्क की जद में रहेंगे। आमजन को सेटेलाइट फोन उपलब्ध कराने के लिए गाजियाबाद स्थित नेशनल सेटेलाइट गेटवे का विस्तार किया जाएगा। इसके लिए BSNL ने तैयार की है।
नेटवर्क कनेक्टिविटी से जूझ रहे लोगों के हाथ में भी सेटेलाइट मोबाइल फोन होगा। इससे उपभोक्ता चौबीस घंटे नेटवर्क की जद में रहेंगे। आमजन को सेटेलाइट फोन उपलब्ध कराने के लिए गाजियाबाद स्थित नेशनल सेटेलाइट गेटवे का विस्तार किया जाएगा। इसके लिए BSNL ने तैयार की है।
BSNL अधिकरियों के मुताबिक राजस्थान में सेना, बीएसएफ, आपदा प्रबंधन, पुलिस व अन्य सरकारी एजेंसियों को ही सेटेलाइट मोबाइल फोन उपलब्ध कराया जा रहा है। इसे सेटफोन नाम दिया गया है। गौरतलब है कि बीएसएनएल ने पिछले वर्ष यह लांच किया था। उसी समय में सरकारी एजेंसियों के बाद दूसरे फेज मेें आमजन को उपलब्ध कराने का दावा किया गया लेकिन सीमिति इन्ट्रूमेंट व सेटेलाइट गेटवे के विस्तार को लेकर मामला रुका रहा।
इसकी कॉल रेट मोबाइल सेवा के शुरुआत दौर की तर्ज पर ही है। देश में 45 रुपए प्रति मिनट कॉल रेट, जबकि देश के बाहर 265 रुपए प्रति मिनट शुल्क प्लान है। इसमें इनकमिंग कॉल का भी शुल्क लिया जा रहा है, जिसे संभव है न्यूनतम कर दिया जाए।
यह रहेगी सहुलियत
—24 घंटे 365 दिन कनेक्टिविटी उपलब्ध। —रिमोट एरिया में मोबाइल या फोन संबंधी समस्या से निजात।
—बाढ़, भूकम्प व अन्य प्राकृतिक आपदा के दौरान भी संपर्क। —सेना के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों को भी बड़ी सहुलियत। उनकी लोकेशन दूसरा ट्रेस नहीं कर पाएगा।
—24 घंटे 365 दिन कनेक्टिविटी उपलब्ध। —रिमोट एरिया में मोबाइल या फोन संबंधी समस्या से निजात।
—बाढ़, भूकम्प व अन्य प्राकृतिक आपदा के दौरान भी संपर्क। —सेना के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों को भी बड़ी सहुलियत। उनकी लोकेशन दूसरा ट्रेस नहीं कर पाएगा।
ये होंगे मुख्य फीचर
—ट्रेकिंग सुविधा उपलब्ध होगी। ऑटोमैटिक हर पल की लोकेशन संबंधित के पास पहुंचती रहेगी। —खुद की जीपीएस लोकेशन भी देख सकेंगे।
—किसी मुसीबत में फंसने की स्थिति में केवल एक बटन दबाना होगा। तत्काल सूचना एक्सचेंज और जोड़े गए नम्बर पर पहुंच जाएगी।
—ट्रेकिंग सुविधा उपलब्ध होगी। ऑटोमैटिक हर पल की लोकेशन संबंधित के पास पहुंचती रहेगी। —खुद की जीपीएस लोकेशन भी देख सकेंगे।
—किसी मुसीबत में फंसने की स्थिति में केवल एक बटन दबाना होगा। तत्काल सूचना एक्सचेंज और जोड़े गए नम्बर पर पहुंच जाएगी।
—8 घंटे लगातार बात करने तक काम करेगी बैट्री
—100 घंटे तक काम करेगी बैट्री यदि मोबाइल स्टेंडबाय पर रहे
सरकारी एजेंसियों के बाद आमजन को उपलब्ध कराया जाना है। दूसरे फेज के लिए तैयारी चल रही है, जिसके तहत इंस्ट्रूयमेंट भी आने हैं।
—100 घंटे तक काम करेगी बैट्री यदि मोबाइल स्टेंडबाय पर रहे
सरकारी एजेंसियों के बाद आमजन को उपलब्ध कराया जाना है। दूसरे फेज के लिए तैयारी चल रही है, जिसके तहत इंस्ट्रूयमेंट भी आने हैं।
ओ.पी. गुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक, BSNL राजस्थान