एडिमा की रोकथाम
यूरोपियन जर्नल ऑफ फॉर्माकॉलोजी में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार कुट्टू की चाय एडिमा के उपचार में बहुत ही प्रभावी होती है। दरअसल, इस रोग में शरीर पर सूजन आ जाती है। रिसर्च के अनुसार मरीजों को नियमित रूप से कुछ दिनों तक यह चाय दी गई। ऐसे मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार नजर आया। अध्ययन के अनुसार यह चाय एडिमा के मरीजों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।
कार्डियोवैस्कुलर बेनिफिट्स
अमरीकी हार्ट जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार पोस्ट मेनोपॉउजल सिंड्रोम से पीडि़त महिलाओं में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा अधिक होता है। रिपोर्ट के अनुसार एक सप्ताह में छह बार से ज्यादा कुट्टू की चाय का सेवन किया जाए तो इससे कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा कम किया जा सकता है। इतना ही नहीं, इस चाय के सेवन से पोस्ट मेनोपॉउजल संबंधी अन्य समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है।
ब्लड ग्लूकोज
जर्नल ऑफ एग्रीकल्चर एवं फूड केमिस्ट्री में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार कुट्टू चाय ब्लड ग्लूकोज लेवल को कम करने का काम करती है। नियमित इस चाय का सेवन करना डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इससे शरीर को कई तरह के पोषक तत्व मिलेंगे।
वजन होगा कम
इस चाय में बहुत ही कम कैलोरी होती है। इसलिए हाई कैलोरी ड्रिंक्स की जगह इसका सेवन करना फायदेमंद है। वजन कम करने के लिए यह चाय बहुत ही प्रभावी मानी जाती है। रिसर्च के अनुसार इस चाय में कैटेचिन होता है, जो एक पावरफुल एंटी ऑक्सीडेंट है। यह वजन कम करने में प्रभावी होता है।
इम्यूनिटी बूस्टर है यह चाय
इसमें जल में घुलनशील, अघुलनशील एवं वसा में घुलनशील एंटी ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। इसमें कई तरह पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें विटामिन ई, फेनॉलिक एसिड, सेलिनियम एवं फाइटिक एसिड होता है। ये सभी इम्यूनिटी लेवल को बूस्ट करने का काम करते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स से शरीर की रक्षा करते हैं। इस तरह नियमित कुट्टू की चाय पीने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है और शरीर के कई तरह के टॉक्सिक फ्री रेडिकल्स से लडऩे की क्षमता मिलती है।
एंटी कैफीन सोर्स
ग्रीन टी एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के साथ ही वजन कम करने एवं संपूर्ण स्वास्थ्य लाभ देती है लेकिन यदि आप अपनी डाइट में कैफीन को कट करना चाहते हैं तो कुट्टू की चाय बहुत फायदेमंद हो सकती है। यह ब्लड फ्लो को इंप्रूव करने का काम करती है। हेल्थ एक्सपट्र्स के अनुसार इस चाय को अन्य ड्रिंक्स की जगह पर डाइट में शामिल करने से आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिलेंगे।
बढ़ेगी गुर्दों की क्रियाशीलता
एक अध्ययन से सामने आया कि गुर्दों की क्रियाशीलता को बढ़ाने के लिए कुट्टू की चाय का सेवन करना लाभकारी है। यह किडनी को डेमेज होने से बचाता है। ऐसे लोग जो रीनल प्रॉब्लम से परेशान हैं, उन्हें अपनी डाइट में इस चाय का सेवन अवश्य करना चाहिए। न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार इस चाय का सेवन पॉलिसाइटिक ओवरी सिंड्रोम की समस्या को दूर किया जा सकता है। यह प्लाज्मा ट्राइग्लिसराइड को कम करती है।