Wheat Crop : इस बार गेंहू का रिकॉर्ड उत्पादन होगा: महापात्र
जयपुरPublished: Apr 11, 2020 06:59:29 pm
Wheat Crop : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक त्रिलोचन महापात्र ने कहा कि इस वर्ष गेंहू का रिकॉर्ड उत्पादन होगा। इस वर्ष मानसून के अनुकूल होने तथा गेंहू के लिए बेहतर मौसम होने के कारण दस करोड़ पचास लाख टन उत्पादन होने का अनुमान है, जो अब तक का सर्वाधिक उत्पादन होगा।
इस बार गेंहू का रिकॉर्ड उत्पादन होगा: महापात्र
मानसून अनुकूल रहने से गेहूं की बंपर पैदावार जयपुर। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक त्रिलोचन महापात्र ने कहा कि इस वर्ष गेंहू का रिकॉर्ड उत्पादन होगा।
डॉ. महापात्र ने कहा कि इस वर्ष मानसून के अनुकूल होने तथा गेंहू के लिए बेहतर मौसम होने के कारण दस करोड़ पचास लाख टन उत्पादन होने का अनुमान है, जो अब तक का सर्वाधिक उत्पादन होगा। पिछले साल दस लाख टन से कुछ अधिक गेंहू की पैदावार हुई थी। इस बार गेंहू की बंपर फसल होने वाली है। उन्होंने कहा कि गेंहू के तैयार होने के अंतिम दौर में देश के कई हिस्सों में बेमौसम बरसात, ओलावृष्टि और तेज हवाओं के चलने के वाबजूद गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन होना किसानों की कठोर मेहनत, वैज्ञानिकों के कठोर परिश्रम और सरकार की नीतियों का नतीजा है। डॉ. महापात्र ने कहा कि लॉक डाउन के कारण कृषि क्षेत्र को कुछ परेशानी हो रही है, लेकिन उसे दूर करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे है।
फसल कटाई की छूट
डॉ. महापात्र ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान कंबाइंड हार्वेस्टर को राज्य के अंदर और बाहर जाने की अनुमति दी गई है। सड़कों के किनारे वाहनों और कृषि उपकरणों की मरम्मत के लिए दुकानें खोली जा रही हैं। किसानों और कृषि मजदूरों को स्वच्छता और सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए फसलों की कटाई करने की छूट दी गई है।
जागरूकता अभियान
उन्होंने कहा कि एक साथ फसलों के तैयार होने पर उसकी बिक्री को लेकर सामाजिक दूरी बनाए रखने की समस्या होगी, जिसके लिए प्रबंधन की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि सीधे गोदाम तक किसानों को फसलों को पहुंचाने की अनुमति देकर कुछ हद तक किसानों को एक साथ जमा होने से रोका जा सकता है। देश के साढ़े पांच करोड़ किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र एवं संचार माध्यमों से स्वच्छता तथा सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए जागरूक किया गया है।
अफगानिस्तान और लेबनान को निर्यात
डॉ. महापात्र ने गेंहू के निर्यात पर प्रसन्नता वयक्त करते हुए कहा कि देश में पहले से गेंहू का भंडार है और नई फसल के आने पर इसके रखने की समस्या होगी। गेंहू के निर्यात से गोदाम खाली होंगे और नई फसल को रखने की जगह मिलेगी। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से भी बड़े पैमाने पर गेंहू का वितरण किया जा रहा है। सरकार ने अफगानिस्तान और लेबनान को 90 हजार टन गेंहू के निर्यात का निर्णय लिया है।