पिछले साल दिसम्बर में हुआ था बच्ची से रेप और हत्या
बूंदी पुलिस ने बताया कि पिछले साल दिसम्बर में बच्ची के साथ अपराध घटित हुआ था। बच्ची जिसे नाना कहकर पुकारती थी उसने हत्या कर दी। 23 दिसम्बर को बच्ची बकरियां चराने गई थी। वहां पहले से ही मौजूद सुल्तान भील, छोटू लाल और 17 साल का एक किशोर मौजूद थे। तीनों शराब पी रहे थे। बच्ची वहां से गुजरी और उसे छोटू लाल दिखा। छोटू लाल को वह नाना कहती थी और उसने नाना से नमस्ते की और आगे बढ़ गई।
बूंदी पुलिस ने बताया कि पिछले साल दिसम्बर में बच्ची के साथ अपराध घटित हुआ था। बच्ची जिसे नाना कहकर पुकारती थी उसने हत्या कर दी। 23 दिसम्बर को बच्ची बकरियां चराने गई थी। वहां पहले से ही मौजूद सुल्तान भील, छोटू लाल और 17 साल का एक किशोर मौजूद थे। तीनों शराब पी रहे थे। बच्ची वहां से गुजरी और उसे छोटू लाल दिखा। छोटू लाल को वह नाना कहती थी और उसने नाना से नमस्ते की और आगे बढ़ गई।
नीयब बिगड़ी और बच्ची को उठा ले गए, बकरियां घर पहुंच गई लेकिन बच्ची नहीं मिली
उसके बाद तीनों ने मिलकर बच्ची के साथ गैंगरेप किया। उसे मारा, पीटा। दातों से काट लिया। बाल नोचें। शरीर पर नाखून गडा दिए। उसके साथ जानवरों की तरह बर्ताव कर उसकी हत्या कर दी। उसकी चुन्नी गले से लपेटकर दोनो ओर से कस दी। उसकी पहचान मिटाने के लिए उसके चेहरे पर दर्जनों बार पत्थर मारा। लेकिन अपराध फिर भी खुल गया। बच्ची शाम होने तक घर नहीं पहुंची। इस बीच बकरियां जगल से अपने आप घर चली आई। परिवार ने सर्च की तब जाकर मामला खुला और बाद में पुलिस पहुंची। दुष्कर्मी छोटू लाल को बच्ची नाना कहती थी। जबकि नाबालिग उसका जानकार था। उसका शव जंगल में पड़ा मिलाए तब पुलिस को सूचना दी गई और 10 थानों की पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया और 12 घंटे में पुलिस ने दरिंदों को धर दबोचा था। आज उनको सजा ए मौत दी गई है।
उसके बाद तीनों ने मिलकर बच्ची के साथ गैंगरेप किया। उसे मारा, पीटा। दातों से काट लिया। बाल नोचें। शरीर पर नाखून गडा दिए। उसके साथ जानवरों की तरह बर्ताव कर उसकी हत्या कर दी। उसकी चुन्नी गले से लपेटकर दोनो ओर से कस दी। उसकी पहचान मिटाने के लिए उसके चेहरे पर दर्जनों बार पत्थर मारा। लेकिन अपराध फिर भी खुल गया। बच्ची शाम होने तक घर नहीं पहुंची। इस बीच बकरियां जगल से अपने आप घर चली आई। परिवार ने सर्च की तब जाकर मामला खुला और बाद में पुलिस पहुंची। दुष्कर्मी छोटू लाल को बच्ची नाना कहती थी। जबकि नाबालिग उसका जानकार था। उसका शव जंगल में पड़ा मिलाए तब पुलिस को सूचना दी गई और 10 थानों की पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया और 12 घंटे में पुलिस ने दरिंदों को धर दबोचा था। आज उनको सजा ए मौत दी गई है।