हिंदुस्तान जिंक ने मानसून की अनुकूल स्थिति को प्रेरित करने या बढ़ाने के लिए बारिश के बादलों में विशिष्ट रसायनों का छिड़काव कर कृत्रिम बारिश बनाने के लिए क्लाउड सीडिंग के लिए विशेष विमान किराए पर लिया है। क्लाउड सीडिंग प्रक्रिया की दक्षता में सुधार करने के लिए कंपनी इस बार मौसम रडार का उपयोग करेगी जो कि सीड्स के लिए उपयुक्त बादलों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। यह जानकारी विमान के पायलट को दी जाती है जो वास्तव में क्लाउड में हाइग्रोस्कोपिक नमक इंजेक्ट कर क्लाउड सीडिंग करता है। हिंदुस्तान जिंक राजस्थान में पहली कंपनी है जिसने इस तरह के प्रयास किए हैं।
इस प्रक्रिया से सम्बन्धित क्षेत्र के उन किसानों को मदद मिलेगी जो अपनी फसलों के लिए वर्षा जल पर निर्भर हैं। बारिश का अतिरिक्त पानी भी क्षेत्र में पीने के पानी की कमी को कम करने में सहायक होगा।