प्रत्याशी करेंगे नवरात्र का इंतजार
राजस्थान में दो विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होने जा रहा है और निर्वाचन विभाग ने सोमवार को इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी है
जयपुर•Sep 23, 2019 / 12:24 pm•
rahul
राजस्थान में दो विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होने जा रहा है और निर्वाचन विभाग ने सोमवार को इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी है यानि नामांकन की प्रक्रिया अब शुरू हो चुकी हैैै। प्रत्याशियों के नामांकन की आखिरी तारीख 30 सितंबर रहेगी और तीन अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। उपचुनाव नागौर की खींवसर और झुंझनुं की मंडावा सीट पर होंगे। माना जा रहा है कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी दो तीन दिन में घोषित हो जाएंगे लेकिन वो अपना नामांकन अाखिरी दिन ही भरेंगे। इसका कारण यह है कि 28 सिंतबर तक श्राद पक्ष है और 29 सितंबर को रविवार है और नवरात्र की शुरूआत हो जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि वे नवरात्र के दूसरे दिन अपना पर्चा दाखिल कर चुनावी मैदान में उतर जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार दोनों ही सीटों पर दोनों दलों की ओर से जिताऊ उम्मीदवार की तलाश के लिए पर्यवेक्षकों से रिपोर्ट ली जाएगी। वहीं कई नेताओं ने दोनों ही विधानसभा सीटों पर दावेदारों ने अभी से ही सक्रियता बढ़ा दी है। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ये दोनों सीटें नहीं जीत पाई थी और अब वो इन दोनों सीटों को जीतकर विधानसभा में भी अपनी स्थिति मजबूत करना चाह रही हैै। इन दोनों सीटों पर होने वाले उपचुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है। वहीं भाजपा भी ये सीटें जीतकर अपनी पकड़ मजबूत करना चाह रही है
खींवसर में कांग्रेस में प्रतिपक्ष के पूर्व नेता रामेश्वर डूडी, पूर्व मंत्री हरेंद्र मिर्धा और पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा को दावेदार माना जा रहा है वहीं मंडावा विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधायक रीटा चौधरी का नाम प्रमुखता से चर्चा में है। गौरतलब है कि नागौर से सांसद चुने गए हनुमान बेनीवाल लगातार तीन बार खींवसर से विधायक चुने गए थे, लेकिन लोकसभा चुनाव में नागौर से सांसद बनने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। बेनीवाल ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ज्योति मिर्धा को चुनाव हराया था, वहीं विधानसभा चुनाव में मंडावा से विधायक चुने गए नरेंद्र कुमार लोकसभा चुनाव में झुंझुनूं से कांग्रेस नेता श्रवण कुमार को हराकर सांसद बने।